श्रीगंगानगर. बुधवार से नए साल यानी 2020 की शुरुआत होने जा रही है. जिसके चलते मंगलवार की शाम को स्वास्थ्य विभाग की ओर से सुखाड़िया सर्किल पर आयोजित 'नए साल की शुरुआत दारू नहीं दूध के साथ' जागरूकता कार्यक्रम में आमजन को दूध पिलाया गया.
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कहा कि इस जागरूकता मुहिम का उद्देश्य है कि युवा और आमजन नशा प्रवृत्ति से दूर रहते हुए, शुद्ध खानपान का सेवन करें. उन्होंने कहा कि आमजन को चाहिए कि वे युवाओं और बच्चों को दूध के फायदे बताते हुए, नशा प्रवृत्ति के नुकसान बताएं. ताकि युवा नशे से दूर रह सके.
कार्यक्रम में जिला नर्सिंग एसोसिएशन की ओर से प्लास्टिक मुक्त श्रीगंगानगर का नारा देते हुए कूल्हड़ वाले दूध की व्यवस्था की गई. सीएमएचओ डॉक्टर गिरधारी मेहरडा ने कहा कि आगामी दिनों में नशा मुक्त श्रीगंगानगर के लिए हर संभव प्रयास करते हुए, न केवल जागरूकता कार्यक्रम संचालित किए जाएंगे, बल्कि जिला प्रशासन और पुलिस के सहयोग से नशा बेचने वालों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की जाएगी.
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जिला अस्पताल के पीएमओ डॉ के.एस कामरा ने बताया कि युवाओं को नशा प्रवृत्ति से मुक्ति दिलाने के लिए जिला अस्पताल में अलग से वार्ड बनाया गया है. जो भी परिजन अपने किसी युवक को नशा मुक्त करवाना चाहते हैं, वह यहां भर्ती करवा सकते हैं. अस्पताल के चिकित्सकों और स्टाफ की ओर से हर संभव प्रयास कर जिले को पूर्णत: नशा मुक्त करने के लिए कार्य किए जाएंगे.
नर्सिंग एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष रविंद्र शर्मा ने कहा कि नए साल पर कुछ लोग शराब का सेवन करके शुरुआत करते हैं, जो कि गलत है. इसी बात को ध्यान में रखते हुए आयोजन रखा गया, ताकि युवा वर्ग को शराब के सेवन की जगह दूध पीने के लिए आग्रह किया जा सके.