सूरतगढ़ (श्रीगंगानगर). थर्मल के निकटवर्ती ग्राम पंचायत ठेठार के पास से निकलने वाली भारतमाला सड़क परियोजना में ग्रामीण का मकान आ गया है, जिसको अब ठेकेदार द्वारा चिन्हित कर गिराने की तैयारी की जा रही है. ग्रामीण सुखराम के पास अन्य कोई जगह नहीं है, जंहा पर वह अपने परिवार सहित रह सके. सुखराम ने बताया कि अगर उसका मकान टूट गया तो वह बेघर हो जाएगा. इसलिए उसे या तो प्रशासन द्वारा मकान मिले या अन्य विभागिय सहायता मिले, जिससे वह अपने परिवार के लिए मकान बना सके.
गौरतलब है कि ग्राम पंचायत ठेठार में सेमग्रस्त होने के कारण इन लोगों को पूर्व में भी पलायन करना पड़ा था. परंतु अब इस सड़क निर्माण के कारण पुनः इन लोगों को फिर से बेघर होना पड़ेगा, जबकि सरकारी योजनाओं का इन्हें कोई लाभ नहीं मिला है. विभागीय अधिकारियों ने भूमि को वन विभाग की जगह बताकर पल्ला झाड़ लिया है.
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प्रार्थी सुखराम ने बताया कि जब उसने मुआवजे की मांग को लेकर अधिकारियों से बात की तो उन्होंने बताया कि उक्त भूमि वन विभाग की है. जिस पर उसके द्वारा कब्जा किया गया है. परंतु सुखराम को न तो आज तक वन विभाग द्वारा कोई अतिक्रमण का नोटिस मिला, न ही कभी विभाग ने अवगत करवाया. यहां तक कि सुखराम को बिजली का कनेक्शन भी उसके नाम जारी किया गया है. हताश होकर सुखराम ने अब परिवार सहित आत्महत्या की चेतावनी दी है.