श्रीगंगानगर. जिले में पिछले 6 दिनों से सफाई कर्मचारी हड़ताल पर हैं. सफाई कर्मचारियों के हड़ताल पर होने के कारण शहर पूरी तरह कचरे में तब्दील हो चुका है. सफाई कर्मचारियों का आरोप है कि उन्हें 2 महीनों से वेतन नहीं दिया गया है. वेतन नहीं मिलने के कारण आक्रोशित सफाई कर्मचारियों ने हड़ताल शुरू कर दी है.
बता दें कि हड़ताल कर रहे अस्थाई और स्थाई सफाई कर्मचारी अपनी मांगें मनवाने के लिए कभी भैंस के आगे बीन बजा कर तो कभी अर्धनग्न होकर अपना आक्रोश प्रकट कर रहे हैं. इसके बाद भी जिला प्रशासन की ओर से कुछ नहीं किया जा रहा है. प्रभारी मंत्री बीडी कल्ला ने सफाई यूनियन के पदाधिकारियों से सर्किट हाउस में मुलाकात भी की, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला. बैठक के बाद प्रभारी मंत्री ने कहा कि इस संबंध में कलेक्टर से बात हुई है और जल्द ही समाधान निकाला जाएगा.
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सफाई कर्मचारियों के हड़ताल के कारण शहर के हर चौक चौराहों पर कचरे के ढेर लग गए हैं. शहर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है. शुक्रवार को सफाई कर्मचारियों ने प्रशासन को जगाने के लिए नगर परिषद के बाहर भैंस लेकर आए और उनके आगे बीन बजाया. इस दौरान भैंस बिदक गई और इसकी चपेट में एक बाइक सवार आ गया. गनीमत रही कि बाइक सवार को गंभीर चोट नहीं आई.
सफाई कर्मचारी लगातार कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर रहे हैं और जिला प्रशासन व नगर परिषद आयुक्त के खिलाफ नारेबाजी करते हुए वेतन देने की मांग कर रहे हैं. सफाई कर्मचारियों का कहना है कि कोरोना संकट काल के दौरान उन्हें कोरोना वॉरियर्स कहा जा रहा था और अभी उनके हक और मेहनत की मजदूरी भी नहीं दी जा रही है.