श्रीगंगानगर. लॉकडाउन के दौरान सरकार ने भले ही आवश्यक सेवाओं की सप्लाई में छूट दे रखी है. लेकिन बावजूद इसके नाकों पर दूध की गाड़ियां रोकी जा रही है. नाकों पर लगे कर्मी पंजाब से श्रीगंगानगर बॉर्डर एरिया में दूध लेने आने वाली गाड़ियों से हर रोज अनुमति मांग रहे हैं. जिससे दूध उत्पादक किसान परेशान है.
इस को लेकर जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे किसानों ने बताया कि हिंदूमलकोट रोड पर कुछ गांव से पंजाब की डेयरियों में दूध जाता है. लेकिन यहां से दूध लेने के लिए आने वाली गाड़ियों को नाकों पर अनुमति और पास के नाम पर पुलिस हर रोज बेवजह परेशान करती है. जिससे दूध की गाड़ियां आनी बंद हो गई है. ऐसे में पशु पालक दूध नहीं बिकने के कारण आर्थिक तंगी से परेशान हैं. उन्होंने प्रशासन से गुहार लगाई हैं कि आवश्यक सेवाओं में आने वाली गाड़ियों को नाकों पर छूट दिलाई जाए ताकि दूध की बिक्री होती रहे.
ये पढ़ें- स्पेशल: कश्मीरी प्रवासियों ने जाहिर की पीड़ा, ना मिल रहा राशन और किराया भी वसूला
वहीं फतूही गांव के किसान राजेश कुमार ने बताया कि पंजाब के सरवरखूंईया गांव से सीमावर्ती क्षेत्र फतूही, कोठा, पक्की, हिंदुमलकोट गांव में गाड़ियां दूध लेने आती है. जिनके आने जाने की परमिशन पंजाब सरकार ने उन्हें दी है. लेकिन राजस्थान में आने पर उनसे ऑनलाइन परमिशन की मांग करते हुए उन्हें वापस भेज दिया जाता है. इसी के साथ उन्होंने कहा की गंगानगर जिला ग्रीन जोन में है फिर भी उन्हें अनुमति होने के बाद भी नहीं आने दिया जाता है. जिसके बाद जिला कलेक्ट्रेट पर गांव से आए किसानों ने यह समस्या एसडीएम उम्मेद सिंह रतनू को बताई. जहां मामले की जानकारी लेकर समस्या का समाधान करवाने के लिए संबंधित नाकों पर फोन करके आवश्यक सेवाओं को छूट देने के निर्देश दिए गए है.