श्रीगंगानगर. जिले में सिंचाई के पानी का मुद्दा अब तूल पकड़ने लगा है. किसानों ने शनिवार को श्रीगंगानगर के प्रवेश के मार्गों पर धरना दिया. साथ ही शाम को विधायक राजकुमार गौड़ के निवास का घेराव करते हुए नारेबाजी की. इस दौरान विधायक ने किसानों से बात की, उसके बाद मामला शांत हुआ.
गंगानगर किसान समिति के बैनर तले विधायक निवास पर पहुंचे किसान नेता रणजीत सिंह राजू ने कहा कि पिछले दो सप्ताह से किसान सिंचाई पानी के लिए आंदोलन कर रहा है. इसके बाद भी राजस्थान सरकार, पंजाब सरकार और भारत सरकार कोई भी सुनवाई नहीं कर रही. उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने पानी देने से मना कर दिया है. इसके बावजूद राजस्थान सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया. किसानों का कहना था कि पंजाब की जिद के बाद राजस्थान सरकार को केंद्र सरकार को इस मामले में दखल देने के लिए बोलना चाहिए था.
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गुस्साए किसानों ने कहा कि किसानों की पकी हुई फसलें बर्बाद हो रही हैं. आक्रोशित किसानों ने केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर निशाना साधते हुए कहा कि मंत्री शेखावत ने भी इस मामले पर कुछ ब्यान नहीं दिया है. किसानों ने इससे पहले श्रम मंत्री सुखराम बिश्नोई के आगे भी नारेबाजी की और अपना गुस्सा प्रकट किया. किसान संगठनों का कहना है कि यदि पंजाब की तरफ से पानी नहीं छोड़ा गया, तो हालत खराब हो जाएंगे. सिंचाई के पानी के साथ साथ पेयजल के लिए भी लोग त्राहि-त्राहि करेंगे.
बता दें कि पंजाब में सिंचाई के पानी के मुद्दे पर वार्ता के लिए गए राजस्थान के जल संसाधन मंत्री महेंद्रजीत मालवीय और अन्य अधिकारियों को पंजाब के सिंचाई मंत्री गुरमीत सिंह ने पानी देने से मना कर दिया. पंजाब के सिंचाई मंत्री गुरमीत सिंह ने कहा कि राजस्थान को ज्यादा पानी देने के लिए हरिके बैराज पर पोंड लेवल बढ़ाना होगा और यदि पोंड लेवल बढ़ाया गया, तो पंजाब के सैकड़ों गांव बाढ़ की चपेट में आ जाएंगे. बता दें कि सीएम अशोक गहलोत खुद पंजाब के सीएम से बात करने का प्रयास कर चुके हैं.