श्रीगंगानगर. सर्व समाज की हुई बैठक में आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने पर श्रीगंगानगर में भी बाजार बंद कर विरोध जताने का आह्वान किया गया. बैठक के बाद लोग जुलूस निकालते हुए विरोध-प्रदर्शन करते कलेक्ट्रेट पहुंचे. यहां एडीएम को राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री व पंजाब के मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा. आक्रोशीत लोगों ने कहा कि विधायक अरुण नारंग से जिस तरह से मारपीट कर विधायक को दौड़ाया गया, यह मानव अधिकारों का हनन है.
भड़के लोगों ने कहा कि मलोट में किसानों ने विधायक पर कालिख भी पोती थी. समय रहते बचाव नहीं किया जाता तो उनकी जान भी जा सकती थी. आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि निर्वाचित जनप्रतिनिधि की ये हालत है तो आम लोगों का क्या होता होगा. बैठक में अरोड़वंस सनातन धर्म मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष कपिल असीजा, नीरज कुक्कड़, विरेंद्र राजपाल सहित समाज के गणमान्य नागरिक मौजूद रहे.
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वहींं, दूसरी ओर भाजपा ने भी आक्रोश प्रकट करते हुए दोषियो के खिलाफ जल्द कार्रवाई की मांग की है. भाजपा नेताओं ने कहा कि किसानों ने पुलिस अधीक्षक एवं सुरक्षाकर्मियों के सामने विधायक के कपड़े फाड़े और उन्हें पीटा गया. एक विधायक के साथ ऐसा होना अशोभनीय है. मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और पुलिस प्रशासन ने विधायक की सुरक्षा के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए. विरोध प्रदर्शन में जिलाध्यक्ष आत्माराम तरड़, रायसिंहनगर के विधायक बलबीर लूथरा, जिला महामंत्री प्रदीप धेरड सहित भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित रहे. इस दौरान पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह के खिलाफ जमकर नारे लगाए गए.
क्या है मामला...
पंजाब के मलोट में भाजपा विधायक अरुण नारंग की नाराज किसानों ने जमकर पिटाई कर डाली थी. जिसके बाद मलोट पुलिस स्टेशन पर एफआईआर दर्ज की गई थी. मलोट में किसानों ने नारंग के कपड़े फाड़ दिए थे और उनके उपर काली स्याही फेंकी थी. पुलिस ने अरुण नारंग को वहां से सुरक्षित बाहर निकाला. किसानों का विधायक से मारपीट का वीडियो वायरल हो रहा था.