श्रीगंगानगर. NSUI ने अपनी विभिन्न मांगो को लेकर राजकीय विधि महाविद्यालय के बाहर धरना शुरू किया गया है. NSUI ने उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी को ज्ञापन भेजकर अंतिम वर्ष के विधार्थियों को बगैर परीक्षाएं करवाए अगली कक्षा में पदोन्नत करने की मांग की है. वैश्विक महामारी कोविड-19 के चलते विद्यार्थी वर्ग पर आए संकट में राहत प्रदान करने की मांग की है.
श्रीगंगानगर के राजकीय विधि कॉलेज के बाहर एनएसयूआई ने धरना शुरू कर आक्रोश प्रकट किया है. विश्वव्यापी कोरोना महामारी के चलते भारत वर्ष में लगभग तीन माह तक लॉकडाउन लागू रहा है. सरकार ने जिस समय लॉकडाउन लागू किया था, उस समय महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय बीकानेर एवं प्रदेश के समस्त विश्वविद्यालयों में होने वाली परीक्षाएं कोरोना संकट के चलते स्थगित की गई थी. परंतु वर्तमान में महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय की ओर से परीक्षा समय सारणी जारी कर परीक्षा आयोजित करवाने के आदेश दिए हैं. ऐसे में एनएसयूआई ने कहा कि विद्यार्थियों के भविष्य एवं सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए राज्य में होने वाली परीक्षा स्थगित की जाए.
धरने पर बैठे एनएसयूआई कार्यकर्ताओं और विधि के विद्यार्थियों ने कहा कि जिले में विधि की परीक्षा देने के लिए करीब 50 फीसदी छात्र पंजाब, हिमाचल, दिल्ली, हरियाणा जैसे दूसरे राज्यों से आते हैं. ऐसे में हॉटस्पॉट स्थानों से आने वाले विद्यार्थियों से संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है.
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उन्होंने कहा कि बाहर से आने वाले इन विद्यार्थियों को अगर कोरिटेन किया जाता है तो विद्यार्थी परीक्षा नहीं दे पाएंगे और अगर सीधे परीक्षा हाल में बिठाया जाता है तो संक्रमण का खतरा कभी भी बढ़ सकता है. ऐसे में एक भी विद्यार्थी अगर कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है तो सैकड़ों छात्रों पर संकट के बादल छा जाएंगे. उन्होंने कहा कि प्रदेश के समस्त प्रथम और द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों का जनरल प्रमोट किया गया है उसी तरह अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों को 10 फीसदी अंकों की अतिरिक्त वृद्धि कर प्रमोट किया जाए. वहीं, वर्तमान सत्र की फीस और छात्रावास का किराया माफ किया जाए.