लुधियाना. बीते दिनों लुधियाना शहर के पवित्र माछिवाड़ा साहिब से निकल रहे बुढ़ा दरिया को दूषित किए जाने की खबरें ईटीवी भारत ने लगातार प्रसारित की थीं. हमने बताया था कि किस तरह बूढ़ा नाला के जरिए शहर भर की गंदगी और फैक्ट्रियों का अपशिष्ट सतलुज नदी में पहुंच रही है. अब लोगों में जागरूकता आई है जिसके चलते सिख समाज के संतों ने बुढ़ा दरिया की सफाई का कार्य शुरू कर दिया है.
इस बारे में, संत समाज ने कहा कि वह ईटीवी भारत के अभियान आजादी काले पानी से बहुत प्रभावित हुए हैं और अब बुढा़ नाला की सफाई का प्रण लिया है. सिख समाज के जत्थेदारों ने बुढ़ा दरिया में गंदगी छोड़ने वालों से मार्मिक अपील की है. आस पास के लोगों को समझाने के प्रयास में जुट गए हैं. इसके साथ ही लोगों को इस मुहिम में साथ जोड़कर बुढ़ा दरिया की सफाई भी करवाई जा रही है.
संत समाज के जत्थेदार ने बताया कि जिस तरह से बुढ़ा दरिया को अब बुढ़ा नाला कहा जाने लगा है. हमें इसे साफ बनाना है. उन्होंने बुढ़ा दरिया का पौराणिक महत्व बताता हुए कहा कि 'चमकौर की जंग' के बाद सिखों के पहले गुरू गुरूनानक देव जी ने यहां चरण पाए थे. उन्होंने इसी दरिया में अमृत स्नान किया था. ऐसे में अपील है कि इस दरिया में किसी प्रकार की गंदगी ना छोड़ी जए.
गौरतलब है कि ईटीवी भारत लगातार सतलुज नदी में छोड़ी जा रही गंदगी को लेकर अभियान चला रहा है. इस अभियान के साथ जहां जनमानस जुड़ गया है वहीं सिख समाज ने भी मुहिम में जुड़ने की बात कही है. ब्यूरो रिपोर्ट ईटीवी भारत लुधियाना