श्रीगंगानगर. सदर थाना क्षेत्र में रहने वाली एक 50 साल की महिला ने अपनी नाबालिग बेटी के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम देने वाले आरोपी के खिलाफ महिला थाना में मुकदमा दर्ज करवाया है. पीड़िता ने महिला थाना में पेश होकर बताया कि उसकी 14 साल की नाबालिग बेटी को झांसे में लेकर एक युवक ने जबरन दुष्कर्म किया. पीड़िता गरीब होने के कारण लोगों के घरों में गोबर उठाना और साफ-सफाई का कार्य कर अपने परिवार का गुजर बसर करती है. पीड़िता ने आरोप लगाया कि जब वह काम पर चली जाती थी तो पीछे से घर में घुसकर उसकी बेटी के साथ युवक जबरन दुष्कर्म करता था.
पीड़िता ने बताया कि युवक ने उसकी बेटी को झांसे में लेकर उसकी बेबसी को नजरअंदाज करते हुए दो महीने में तीन बार शारीरिक संबंध बनाया. इसके चलते नाबालिग लड़की गर्भवती हो गई. दुष्कर्म के बाद किसी को न बताने की बात कहते हुए कई बार जान से मारने की भी धमकी दी. दुष्कर्म की घटना के बाद नाबालिग किसी परिचित के यहां गई, जहां पर उसने अपनी मां को सारी बात बताई. हालांकि, जब नाबालिग अपनी मां के साथ परिचित के यहां गई तो परिचित महिला ने भी विश्वास दिलाया कि उसे कुछ नहीं होगा, हम लोग मिल बैठकर समझौता करवा देंगे.
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नाबालिग की मां के मुताबिक परिचित महिला ने उसकी बेटी को कुछ खाने को दिया, जिसके बाद उसकी तबियत बिगड़ गई. नाबालिग की मां का यह भी आरोप है कि उसको और उसकी बेटी को पांच दिन तक घर में कैद रखा गया. बाद में उससे खाली कागज पर साइन करवाया गया. फिलहाल, महिला थाना पुलिस ने पीड़िता की रिपोर्ट पर धारा- 376, पॉक्सो एक्ट और एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्जकर जांच अनुसंधान अधिकारी ओम प्रकाश चौधरी को सुपुर्द कर दी है. जांच अधिकारी ने शुक्रवार को घटनास्थल पर जाकर पीड़िता के बयान लिए.