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Sriganganagar Child marriage cases: बाल विवाह की सूचना पर जयपुर से दौड़ी NGO टीम, घर पर चल रही थी मेहंदी की रस्म

श्रीगंगानगर के घड़साना क्षेत्र में एक एनजीओ की मदद से नाबालिग की शादी रोकी (marriage of minor stopped) जा सकी. शादी होने की सूचना के बाद एनजीओ की टीम मौके पर पुलिस प्रशासन के साथ पहुंची. जिसके बाद इस शादी को रोका जा सका.

Sriganganagar Child marriage cases
श्रीगंगानगर बाल विवाह मामला
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Published : Oct 30, 2022, 7:54 AM IST

श्रीगंगानगर. जिले में एक बार फिर नाबालिग लड़की की शादी का मामला सामने (Ghadsana area of ​​Sriganganagar) आया. जिसे जयपुर से आई क्राइम बैन इंडिया (Crime Ban India NGO) नामक एनजीओ की मदद से रोका जा सका. सूचना के बाद एनजीओ की टीम पुलिस प्रशासन के साथ घड़साना के 24 एएस(सी) गांव पहुंची, जहां पुलिस ने नाबालिग की शादी को रुकवा दिया.

एनजीओ की प्रदेशाध्यक्ष विमला कवर व उपाध्यक्ष नीता माथुर ने बताया कि उन्हें घड़साना क्षेत्र में एक नाबालिग लड़की की शादी होने की सूचना (Sriganganagar Child marriage cases) मिली थी. सूचना के अनुसार लड़की की शादी रविवार को होनी तय थी. इस पर जयपुर से एक टीम श्रीगंगानगर के लिए रवाना हुई और जिले के घड़साना पहुंचने के बाद टीम ने पुलिस प्रशासन से संपर्क कर इस शादी को रुकवाया. वहीं, लड़की के दस्तावेजों के जरिए उसके नाबालिग होने की पुष्टि हुई. प्राप्त दस्तावेज में लड़की की उम्र 15 साल थी.

इसे भी पढ़ें - Jodhpur Child marriage cases: सारथी ट्रस्ट ने दिलाई 2 बालिका वधुओं को समाज के कुरीति से आजादी...पारिवारिक न्यायालय ने दो बाल विवाह किया निरस्त

खास बात यह है कि टीम जब लड़की के घर पहुंची तो मेहंदी की रस्म चल रही थी. घर में बड़ी संख्या में मेहमान मौजूद थे. एनजीओ की प्रदेशाध्यक्ष विमला कंवर ने बताया कि नाबालिग लड़की की बारात रावला क्षेत्र से आनी थी, लिहाजा रावला के थानाधिकारी को भी इसकी जानकारी दी गई. ताकि दूल्हे पक्ष के खिलाफ भी कार्रवाई की जा सके.

इस कार्रवाई के दौरान नायब तहसीलदार सुंदर पाल, एएसआई भजन सिंह, पटवारी मोतीराम और एनजीओ की प्रदेश अध्यक्ष और उपाध्यक्ष मौजूद रहे.

श्रीगंगानगर. जिले में एक बार फिर नाबालिग लड़की की शादी का मामला सामने (Ghadsana area of ​​Sriganganagar) आया. जिसे जयपुर से आई क्राइम बैन इंडिया (Crime Ban India NGO) नामक एनजीओ की मदद से रोका जा सका. सूचना के बाद एनजीओ की टीम पुलिस प्रशासन के साथ घड़साना के 24 एएस(सी) गांव पहुंची, जहां पुलिस ने नाबालिग की शादी को रुकवा दिया.

एनजीओ की प्रदेशाध्यक्ष विमला कवर व उपाध्यक्ष नीता माथुर ने बताया कि उन्हें घड़साना क्षेत्र में एक नाबालिग लड़की की शादी होने की सूचना (Sriganganagar Child marriage cases) मिली थी. सूचना के अनुसार लड़की की शादी रविवार को होनी तय थी. इस पर जयपुर से एक टीम श्रीगंगानगर के लिए रवाना हुई और जिले के घड़साना पहुंचने के बाद टीम ने पुलिस प्रशासन से संपर्क कर इस शादी को रुकवाया. वहीं, लड़की के दस्तावेजों के जरिए उसके नाबालिग होने की पुष्टि हुई. प्राप्त दस्तावेज में लड़की की उम्र 15 साल थी.

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खास बात यह है कि टीम जब लड़की के घर पहुंची तो मेहंदी की रस्म चल रही थी. घर में बड़ी संख्या में मेहमान मौजूद थे. एनजीओ की प्रदेशाध्यक्ष विमला कंवर ने बताया कि नाबालिग लड़की की बारात रावला क्षेत्र से आनी थी, लिहाजा रावला के थानाधिकारी को भी इसकी जानकारी दी गई. ताकि दूल्हे पक्ष के खिलाफ भी कार्रवाई की जा सके.

इस कार्रवाई के दौरान नायब तहसीलदार सुंदर पाल, एएसआई भजन सिंह, पटवारी मोतीराम और एनजीओ की प्रदेश अध्यक्ष और उपाध्यक्ष मौजूद रहे.

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