श्रीगंगानगर. कोरोना संकट के बीच आज दुनिया भर में अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस धूमधाम से मनाया जा रहा है. अस्पतालों में कोविड-19 से जंग लड़ रहे प्रथम पंक्ति के इन कोरोना योद्धाओं ने इस अवसर पर मानवता की सेवा के लिए कार्य करते रहने की शपथ ली. राजस्थान नर्सिंग एसोसिएशन ने अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस के अवसर पर श्रीगंगानगर जिला अस्पताल में रक्तदान कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें नर्सेज ने 35 यूनिट रक्तदान किया.
बता दें कि हर साल 12 मई को अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाया जाता है. यह दिवस मुख्य रूप से विश्वभर की नर्सेज के सम्मान में मनाया जाता है. नर्सेज विश्व भर में अलग-अलग बीमारियों से पीड़ित लोगों की मदद करते हैं. मरीजों की सुविधाओं के लिए काम करते हैं. वहीं नर्सों को बीमार व्यक्ति के बारे में हर प्रकार की जानकारी होती है और मरीजों की शारीरिक स्थितियों को देखते हुए इलाज में मदद करती है. वहीं दुनिया भर में फैली कोरोना वायरस महामारी के इस दौर में नर्सों की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो गई है.
नर्सेज दिन-रात काम करते हैं और मरीजों को दी जाने वाली हर प्रकार की सुविधाओं और सेवाओं का ख्याल रखते हैं. 12 मई को नर्स दिवस इसके संस्थापक के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है. जिन्हें नाइटिंगेल ऑफ फ्लोरेंस कहा जाता है, जो 'लेडी विद द लैंप' के नाम से जानी गई, क्योंकि वह रात के वक्त कई सैनिकों का इलाज किया करती थी. राजस्थान नर्सिंग एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष रविंद्र शर्मा और सचिव वीणा लाडव ने बताया कि दुनिया की महान नर्स फ्लोरेंस नाइटेंगल के जन्म दिन पर मंगलवार को 35 नर्सेज ने रक्तदान किया.
यह भी पढ़ें- COVID-19: प्रदेश में कोरोना के 47 नए पॉजिटिव, 2 मरीजों की मौत, कुल आंकड़ा पहुंचा 4,035 पर
इस अवसर पर लायंस क्लब सेंटर श्रीगंगानगर द्वारा कोरोना कर्मवीर को सम्मानित कर प्रतीक चिन्ह प्रदान किए गए, जो प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. केशव कामरा, पैथोलॉजी प्रभारी डॉ. सुनीता सरदाना द्वारा प्रदान की गई. इस अवसर पर राम कुमार सिहाग, रामजीलाल, रमेश तोमर, निरंजन शर्मा, सुरेश भादु, अजीत शर्मा, सुनीता चौहान नर्सेज ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए कार्यक्रम में भाग लिया.