श्रीगंगानगर. गंगनहर में लगातर पानी घटने से किसानों की तैयार फसले पानी के अभाव में खराब होने के कगार पर है. 2300 क्यूसेक मिलने वाला पानी लगातर घटने से मात्र 1336 क्यूसेक रह गया है. वहीं पानी के लगातार घटने के आसार बने हुए है.
पानी के इस उतार-चढ़ाव के खेल में कई किसानों की मौके की बारियां पिट गई. खास बात यह है कि 500 से अधिक क्यूसेक क्षमता वाली एफ नहर अभी प्राथमिकता पर है. यह गुरुवार को बंद होगी. इस बीच एच नहर की लगातार दूसरी बारी पीट रही है. वहीं आरबी नहर में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा.
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किसान संघर्ष समिति के प्रवक्ता सुभाष सहगल ने बताया कि आरबी नहर सोमवार को खुलनी थी. लेकिन वह तय समय से 9 घंटे बाद खुली. इस बीच गंगनहर में पानी घटना शुरू हो गया. जो घट कर 1336 क्यूसेक रह गया. इस पर आरबी नहर पीट रही है. वहीं सुबह तक पानी और कम हो जाएगा. किसान नेताओ ने पंजाब के अधिकारियों और चीफ इंजीनियर से बात करके गंगनहर में उसके हिस्से का पानी पुरा करने की मांग की है.
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जल संकट से जूझ रही नहरों में पानी एफ नहर के बंद होने पर मिलेगा. उसमें गुरुवार तक पानी रहेगा. इसके बंद होने पर सर्वप्रथम एच नहर में पानी छोड़ा जाएगा. लेकिन आरबी नहर में पानी फिर देर से पहुंचेगा. वहीं लगातार पानी घटने से किसानों की चिंताएं बढ़ने लगी है. गेहूं और जौ की फसल में अभी पानी की और जरूरत है. ऐसे में लगातार पानी घटने से इन फसलों को पानी समय पर नहीं मिलेगा तो फसल प्रभावित होगे.