ETV Bharat / state

श्रीगंगानगर: लॉकडाउन में किसान परेशान, नहीं जा पा रहे खेतों तक किसान - farmers are in tension

श्रीगंगानगर के पंजाब सीमा से सटे इलाकों में रहने वाले कई किसानों के खेत पंजाब सीमा में पड़ते हैं, और कोरोना के चलते हुए लॉकडाउन में राज्य की सीमाएं पार नहीं की जा सकती. जिसके चलते किसान अपने खेतों में नहीं जा पा रहे. जिससे किसान परेशान है.

श्रीगंगानगर न्यूज़,  किसान परेशान,  पंजाब की सीमाओं में खेत,  कॉटन की बुआई नहीं,  lockdown update,  shriganganagar news,  farmers are in tension,  No cotton sowing
किसान परेशान
author img

By

Published : May 12, 2020, 2:20 PM IST

श्रीगंगानगर. लॉकडाउन को देखते हुए ग्रीन जोन वाले जिलों को राज्य सरकार भले ही जरूरी कार्य करने के लिए रियायत दे रही है. लेकिन ग्रीन जोन में आने वाले श्रीगंगानगर जिले के पंजाब सीमा से सटे किसान इन दिनों बड़ी मुश्किलें झेल रहे हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि राजस्थान से सटे किसानों की जमीन पंजाब सीमा में हैं. जिसके कारण किसान खेतों में जाना चाहते हैं. लेकिन लॉकडाउन के चलते इन्हे खेतों तक जाने की अनुमती नहीं दी जा रही. वहीं जिला प्रशासन इस बारे में कुछ सुनने को तैयार नहीं है.

लॉकडाउन में किसान परेशान

पंजाब सीमा से सटे साधुवाली पंचायत के अधिकतर किसानों की जमीन पंजाब राजस्थान सीमा पर पंजाब क्षेत्र में पड़ती है. यहां के किसान अकसर अपनी खेती बाड़ी संभालने के लिए खेतों में जाते रहे थे. लेकिन लॉकडाउन के चलते एक राज्य से दूसरे राज्य में जाने की अनुमति नहीं होने से अब किसान कुछ कदम दूर अपने खेतों में नहीं जा पा रहे हैं. वहीं श्रीगंगानगर जिला कलेक्ट्रेट पर पहुंचे साधुवाली के किसानों की माने तो सरकार ने किसानों को खेतों तक जाने के लिए राहत देने की बात कही है. लेकिन अधिकारियों का आपसी तालमेल ना होने की वजह से किसानों को खेतों तक जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है.

ये पढ़ें- श्रीगंगानगर: International Nurses Day से एक दिन पहले नर्सिंगकर्मी कर रहे पदनाम बदलने की मांग

वहीं लॉकडाउन के कारण खेतो में कॉटन की फसल बुवाई अब तक नहीं हुई है और किसानों ने बताया कि फसल की बुवाई नहीं हुई तो बड़ा नुकसान हो जाएगा. वहीं ग्रीन जोन में रहने वाले किसानों की जमीन ऑरेंज जॉन की सीमा पर होने के कारण प्रशासनिक अधिकारी भी किसानों को अनुमति देने से डर रहे हैं. वहीं किसानों को इस बात की चिंता है कि उन्हे खेतों तक जाने नहीं दिया गया तो भी फसल बुवाई कैसे होगी. इस पर किसान मुकेश और हरचंद बताते हैं कि वे खेतों तक पैदल जाना चाहते हैं, लेकिन फिर भी पंजाब सीमा में खेत होने के कारण उन्हे खेतों में नहीं जाने दिया जा रहा है. इनकी माने तो खेतों में अब पानी की बारी होने के चलते खेतों में जाना जरूरी है नहीं तो उन्हें फसल बुवाई से वंचित रहना पड़ेगा.

श्रीगंगानगर. लॉकडाउन को देखते हुए ग्रीन जोन वाले जिलों को राज्य सरकार भले ही जरूरी कार्य करने के लिए रियायत दे रही है. लेकिन ग्रीन जोन में आने वाले श्रीगंगानगर जिले के पंजाब सीमा से सटे किसान इन दिनों बड़ी मुश्किलें झेल रहे हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि राजस्थान से सटे किसानों की जमीन पंजाब सीमा में हैं. जिसके कारण किसान खेतों में जाना चाहते हैं. लेकिन लॉकडाउन के चलते इन्हे खेतों तक जाने की अनुमती नहीं दी जा रही. वहीं जिला प्रशासन इस बारे में कुछ सुनने को तैयार नहीं है.

लॉकडाउन में किसान परेशान

पंजाब सीमा से सटे साधुवाली पंचायत के अधिकतर किसानों की जमीन पंजाब राजस्थान सीमा पर पंजाब क्षेत्र में पड़ती है. यहां के किसान अकसर अपनी खेती बाड़ी संभालने के लिए खेतों में जाते रहे थे. लेकिन लॉकडाउन के चलते एक राज्य से दूसरे राज्य में जाने की अनुमति नहीं होने से अब किसान कुछ कदम दूर अपने खेतों में नहीं जा पा रहे हैं. वहीं श्रीगंगानगर जिला कलेक्ट्रेट पर पहुंचे साधुवाली के किसानों की माने तो सरकार ने किसानों को खेतों तक जाने के लिए राहत देने की बात कही है. लेकिन अधिकारियों का आपसी तालमेल ना होने की वजह से किसानों को खेतों तक जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है.

ये पढ़ें- श्रीगंगानगर: International Nurses Day से एक दिन पहले नर्सिंगकर्मी कर रहे पदनाम बदलने की मांग

वहीं लॉकडाउन के कारण खेतो में कॉटन की फसल बुवाई अब तक नहीं हुई है और किसानों ने बताया कि फसल की बुवाई नहीं हुई तो बड़ा नुकसान हो जाएगा. वहीं ग्रीन जोन में रहने वाले किसानों की जमीन ऑरेंज जॉन की सीमा पर होने के कारण प्रशासनिक अधिकारी भी किसानों को अनुमति देने से डर रहे हैं. वहीं किसानों को इस बात की चिंता है कि उन्हे खेतों तक जाने नहीं दिया गया तो भी फसल बुवाई कैसे होगी. इस पर किसान मुकेश और हरचंद बताते हैं कि वे खेतों तक पैदल जाना चाहते हैं, लेकिन फिर भी पंजाब सीमा में खेत होने के कारण उन्हे खेतों में नहीं जाने दिया जा रहा है. इनकी माने तो खेतों में अब पानी की बारी होने के चलते खेतों में जाना जरूरी है नहीं तो उन्हें फसल बुवाई से वंचित रहना पड़ेगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.