श्रीगंगानगर. जिले में मंगलवार को अखिल भारतीय किसान सभा के बैनर तले किसानों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आक्रोश प्रकट किया और मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. साथ ही चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो आंदोलन करेंगे.
इस दौरान जब जिला कलेक्ट्रेट पर पहुंचे किसानों को अधिकारी नहीं मिले तो उन्होंने जमकर नारेबाजी की और अधिकारियों की आलोचना की. आक्रोशित किसानों ने कहा कि एक तरफ सरकार जैसलमेर के होटल में बंद है. वहीं, दूसरी तरफ अधिकारी दफ्तरों से गायब हैं. किसानों ने आरोप लगाया कि अधिकारी आम जनता की सुनवाई नहीं कर रहे हैं. आक्रोशित किसानों ने कहा कि एच नहर की नग्गी टेल पर पिछले कई दिनों से संघर्ष कर रहे किसानों की मांग को शीघ्र पूरा किया जाए.
पढ़ें: यूपीएससी : सिविल सेवा परीक्षा 2019 का परिणाम घोषित, प्रदीप सिंह बने टॉपर
वहीं, हरनौली हेड और करणी जी वितरिका के अंतिम छोर पर पानी पूरा करवाने की मांग करते हुए किसानों ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को घेरा. गंगनहर में व्याप्त रेगुलेशन की गड़बड़ी की जांच कर दोषी सिंचाई अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग करते हुए किसानों ने कहा कि मूंग की फसल न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद करने के लिए जिला प्रशासन और खरीद एजेंसियों ने अभी तक केंद्र सुनिश्चित नहीं किए हैं. ऐसे में आने वाले दिनों में किसानों की मूंग की खरीद किस प्रकार होगी.
पढ़ें: विधायक खरीद-फरोख्त मामले में SOG ने राजद्रोह से जुड़ी तीनों FIR ली वापस
किसानों ने कहा कि मदेरा, रोहिडावाली, कोनी और दौलतपुरा गांव में बंद पड़े मनरेगा कार्य को चालू करवाया जाए, जिससे मनरेगा में काम करने वालों को रोजगार मिल सके. साथ ही चेतावनी दी है कि अगर विभिन्न मांगों पर जिला प्रशासन और सरकार ने जल्द ही कोई फैसला लेकर समाधान नहीं किया तो किसान आंदोलन करेंगे.