श्रीगंगानगर. जिले के सादुलशहर के छापावाली गांव में 12 फरवरी को कर्ज से परेशान होकर एक किसान ने कीटनाशक दवा पीकर जान दे दी थी. जिसके बाद यह मामला आखिरकार जिला प्रशासन के आश्वासन के बाद शांत हो गया. 2 दिनों तक चले घटनाक्रम के बाद प्रशासन के साथ हुई वार्ता में मृतक किसान के परिजनों ने अंतिम संस्कार करने का फैसला किया है.
मृतक किसान के पिता ने भी अगस्त 2018 में कीटनाशक पीकर अपनी जान दे दी थी. किसान महेंद्र वर्मा द्वारा सुसाइड के बाद मृतक के परिजनों ने बैंक कर्मियों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए पुलिस कार्रवाई की मांग की थी. जिला प्रशासन के साथ मंगलवार को कई दौर की वार्ता के बाद किसान नेताओं ने मृतक किसान का संपूर्ण कर्ज माफ करने की मांग रखी. जिसके बाद जिला प्रशासन ने सम्पूर्ण कर्ज माफ का प्रावधान नहीं होने की बात कहते हुए नियमानुसार रिलीफ देने की बात कही.
पढ़ेंः 4 साल के बच्चे को जिंदा दफन करने का मामला, मासूम ने पिता को बयां की दास्तां
किसान नेताओं ने मृतक महेंद्र वर्मा का कर्ज माफ करने, एसबीआई बैंक सहित तमाम बैंकों द्वरा निरीक्षण चार्ज बन्द करने, होम इंश्योरेंस के नाम पर की जा रही वसुली को रोकने, बीमा क्लेम का भुगतान करने, किसानों की जमीन नीलामी तुरंत रोकने की मांग को लेकर धरना दिया था.
पढ़ेंः चूरू: सदर थाना पुलिस ने वांछित डोडा पोस्त तस्कर सहित तीन को किया गिरफ्तार
इससे पहले मृतक किसान के परिजनों ने बैंक कर्मियों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए पुलिस कार्रवाई की मांग की थी. किसान की कर्ज से मौत के बाद किसान संगठनों ने जिला अस्पताल में मृतक किसान के परिजनो के साथ धरना शुरु किया था.