श्रीगंगानगर. गांव ठाकरी निवासी 45 वर्षीय सोहनलाल मेघवाल ने रविवार दोपहर में अपने घर में जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया. उसे गंभीर अवस्था में इलाज के लिए रायसिंहनगर के सरकारी अस्पताल में लाया गया. बताया जाता है कि रविवार दोपहर में जहरीली वस्तु का सेवन करने से पहले किसान सोहनलाल ने सोशल मीडिया पर मैसेज डाला 'भाइयों अंतिम राम-राम'.ठाकरी के लोगों ने जैसे ही मैसेज देखा. तत्काल किसान के घर पहुंच गए. देखा तो सोहनलाल लाल की हालत गंभीर थी. उसे ग्रामीण और परिजन तत्काल रायसिंहनगर अस्पताल लाए. जहां से उसे श्रीगंगानगर रेफर कर दिया गया. लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई.
वहीं किसान नेताओं ने सोहनलाल द्वारा सुसाइड करने की घटना पर आक्रोश जताते हुए जमकर नारेबाजी की और शव का पोस्टमार्टम नहीं करने देने पर अड़ गए. हालांकि बाद में पुलिस-प्रशासन ने कर्जा तुरंत माफ़ करने का आश्वाशन देकर पोस्टमार्टम के लिए परिजनों को राजी किया और आनन-फानन में पोस्टमार्टम करवाकर शव का अंतिम संस्कार करवा दिया.
उधर किसान सोहनलाल द्वारा मृत्यु से पहले लिखे गए सुसाइड नोट में किसानो का कर्ज माफ़ नहीं करने के चलते मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व उपमुख्यमंत्री को जिम्मेवार बताने के बाद किसान नेताओं ने उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग करते हुए आंदोलन की चेतावनी दी है. वहीं डीएसपी जयसिंह तंवर ने बताया की मामले में चुनाव के समय जो किसानो का कर्जा माफ़ करने की बात कहीं थी वह पूरी नहीं होने पर किसान ने आत्महत्या का कदम उठाया है. इसकी जांच की जा रही है उसके बाद आगामी कार्रवाई की जायेगी.
सुसाइड नोट में लिखा है कि "मैं सोहनलाल कड़ेला आज अपनी जीवनलीला समाप्त करने जा रहा हूं. इसमें किसी का कोई दोष नहीं है. इस मौत के जिम्मेदार गहलोत, सचिन पायलट हैं. उन्होंने वायदा किया था कि दस दिन में आपका कर्जा माफ कर देंगे, हमारी सरकार आई तो. अब इनके वादे का क्या होगा. भाइयों से विनती है कि मेरी लाश तब तक न उठाना जब तक सभी भाइयों का कर्ज माफ ना हो. आज सरकार झुकाने का वक्त आ गया है. अब इनका मतलब निकल गया है. सभी भाइयों से विनती है कि मैं किसान भाइयों के लिए मरने जा रहा हूं. सबका भला होना चाहिए. किसान की एकता को आज दिखाना है. मेरी मौत का मुकदमा अशोक गहलोत पर कर देना. यह आपसे विनती है. मेरे गांव ठाकरी के वासियों से विनती करता हूं कि गांव में एकता बनाए रखना. मेरा घर, मेरा परिवार आप लोगों के भरोसे छोड़कर जा रहा हूं. मेरे परिवार का ख्याल रखना.'