ETV Bharat / state

श्रीगंगानगरः कृषक कल्याण शुल्क के विरोध में व्यापारियों की बैठक, कहा- जारी रहेगी हड़ताल - धानमंडी व्यापारियों की बैठक

श्रीगंगानगर में मंगलवार को ट्रेडर्स एसोसिएशन भवन में धानमंडी व्यापारियों की बैठक हुई. जिसमें सरकार की ओर से लगाए गए कृषक कल्याण शुल्क की निंदा करते हुए सरकार से निर्णय वापस लेने की मांग की है.

श्रीगंगानगर न्यूज, धानमंडी व्यापारियों की बैठक, श्रीगंगानगर ट्रेडर्स एसोसिएशन की बैठक, Sri ganganagar News, Dhanmandi Traders Meeting, Sriganganagar Traders Association
ट्रेडर्स एसोसिएशन भवन में हुई व्यापारियों की बैठक
author img

By

Published : May 19, 2020, 5:52 PM IST

श्रीगंगानगर. कोरोना संकट के समय राजस्थान में खाद्य पदार्थ व्यापाारी और सरकार आमने-सामने हो गए हैं. राजस्थान सरकार की ओर से कृषि जिंसों की खरीद पर लगाए गए दो प्रतिशत कृषक कल्याण शुल्क के विरोध में जिलेभर के व्यापारियों ने हड़ताल जारी रखने का फैसला किया है.

ट्रेडर्स एसोसिएशन भवन में हुई व्यापारियों की बैठक

मंगलवार को दूसरे दिन भी ट्रेडर्स एसोसिएशन भवन में धानमंडी व्यापारियों की बैठक हुई. जिसमें सरकार की ओर से लगाए गए शुल्क की निंदा करते हुए निर्णय वापस लेने की मांग की है. साथ ही व्यापारियों ने एलान किया है कि, जब तक राज्य सरकार कृषक कल्याण शुल्क वापस नहीं लेती, तब तक धान मंडी में हड़ताल जारी रहेगी. इस दौरान मंडी में कृषि जिंसों की खरीद फरोख्त भी नहीं की जाएगी.

पढ़ेंः लॉकडाउन की वजह से बढ़ेगा खरीफ फसल की बुवाई का रकबा, खाद और बीज को लेकर ये है प्लान

ट्रेडर्स एसोसिएशन अध्यक्ष विपिन अग्रवाल सहित तमाम पदाधिकारियों की इस बैठक में श्रीगंगानगर हनुमानगढ़ व्यापार संघ ने भी सरकार की ओर से लगाए गए शुल्क पर विचार रखते हुए कहा कि, शुल्क लागू करने से किसान जिले की मंडियों में कृषि जिंस बेचने के बजाय पड़ोसी राज्य पंजाब की मंडियों में अपना माल बेचने जाएंगे. जिससे यहां की धान मंडियों में कारोबार ठप हो जाएगा और मंडियां बंद होने की कगार पर आ जाएंगी. अनाज मंडियों के अलावा इसका असर गुड़, चीनी, डीजल और पेट्रोल सहित विभिन्न प्रकार के व्यापार पर भी पड़ेगा.

एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने जिले की अन्य मंडियों के व्यापार मंडल के पदाधिकारियों से भी इस विषय पर चर्चा की. साथ ही एकमत होकर जिले की सभी मंडियों में खुली नीलामी पर कृषि जिंसों की खरीद फरोख्त पर सरकार की ओर से लगाए गए शुल्क का विरोध करने का फैसला लिया.

श्रीगंगानगर. कोरोना संकट के समय राजस्थान में खाद्य पदार्थ व्यापाारी और सरकार आमने-सामने हो गए हैं. राजस्थान सरकार की ओर से कृषि जिंसों की खरीद पर लगाए गए दो प्रतिशत कृषक कल्याण शुल्क के विरोध में जिलेभर के व्यापारियों ने हड़ताल जारी रखने का फैसला किया है.

ट्रेडर्स एसोसिएशन भवन में हुई व्यापारियों की बैठक

मंगलवार को दूसरे दिन भी ट्रेडर्स एसोसिएशन भवन में धानमंडी व्यापारियों की बैठक हुई. जिसमें सरकार की ओर से लगाए गए शुल्क की निंदा करते हुए निर्णय वापस लेने की मांग की है. साथ ही व्यापारियों ने एलान किया है कि, जब तक राज्य सरकार कृषक कल्याण शुल्क वापस नहीं लेती, तब तक धान मंडी में हड़ताल जारी रहेगी. इस दौरान मंडी में कृषि जिंसों की खरीद फरोख्त भी नहीं की जाएगी.

पढ़ेंः लॉकडाउन की वजह से बढ़ेगा खरीफ फसल की बुवाई का रकबा, खाद और बीज को लेकर ये है प्लान

ट्रेडर्स एसोसिएशन अध्यक्ष विपिन अग्रवाल सहित तमाम पदाधिकारियों की इस बैठक में श्रीगंगानगर हनुमानगढ़ व्यापार संघ ने भी सरकार की ओर से लगाए गए शुल्क पर विचार रखते हुए कहा कि, शुल्क लागू करने से किसान जिले की मंडियों में कृषि जिंस बेचने के बजाय पड़ोसी राज्य पंजाब की मंडियों में अपना माल बेचने जाएंगे. जिससे यहां की धान मंडियों में कारोबार ठप हो जाएगा और मंडियां बंद होने की कगार पर आ जाएंगी. अनाज मंडियों के अलावा इसका असर गुड़, चीनी, डीजल और पेट्रोल सहित विभिन्न प्रकार के व्यापार पर भी पड़ेगा.

एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने जिले की अन्य मंडियों के व्यापार मंडल के पदाधिकारियों से भी इस विषय पर चर्चा की. साथ ही एकमत होकर जिले की सभी मंडियों में खुली नीलामी पर कृषि जिंसों की खरीद फरोख्त पर सरकार की ओर से लगाए गए शुल्क का विरोध करने का फैसला लिया.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.