श्रीगंगानगर. जिले में नहरों में मृत पशुओं के शव मिलने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. शुक्रवार को एक बार फिर से नहर में पशुओं के शव बहकर आए तो ग्रामीण आक्रोशित हो गए. ग्रामीणों ने नारेबाजी करते हुए मामले में प्रभावी कार्रवाई करने की मांग को लेकर सड़क मार्ग पर जाम लगा दिया. इससे पूर्व डाबला हेड के पास नहर में कई पशुओं के शव बहकर आए थे.
नहर में पशुओं के शव बहकर आने की खबर जैसे ही ग्रामीणों को मिली तो सैकड़ों की तादाद में नहर पर पहुंचे ग्रामीणों ने सिंचाई विभाग के खिलाफ आक्रोश प्रकट करते हुए नारेबाजी शुरू कर दी. नहर में मृत पशुओं के शव लगातर बड़ी तादाद मे आने से पानी दूषित हो रहा है, जिससे बीमारियां फैलने की आशंका है. ग्रामीणों की सूचना पर मुकलावा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और पशुओं के शवों को नहर से बाहर निकलवाया. बाद में ग्रामीणों ने पुलिस-प्रशासन पर इस मामले में कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाते हुए 52 एमएल-डाबला रोड पर जाम लगा दिया. यातायात रोकते हुए ग्रामीण सड़क मार्ग पर ही धरना देकर बैठ गए.
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इस मामले में किसानों ने आरोप लगाया कि लंबे समय से नहर में पशुओं के शव बहकर आ रहे हैं, लेकिन इनकी रोकथाम के लिए प्रशासन कुछ नहीं कर रहा है. ग्रामीणों ने कहा कि पहले भी 2 बार नहरों में पशुओं के करीब 12 शव आ चुके हैं. इसी तरह शुक्रवार को भी करीब 12 शव हेड के पास मिले हैं. मौके पर मुकलावा थानाधिकारी जयसिंह, तहसीलदार सुमित्रा विश्नोई सहित अधिकारियों ने ग्रामीणों से समझाइश कर कानूनी कार्रवाई का आश्वासन दिया. वहीं, नहर में मृत पशुओं के डालने से आक्रोशीत पशु प्रेमियों ने मामले की जांच करवाकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.