श्रीगंगानगर. कोरोना संकटकाल में हमारे कोरोना योद्धा फाइटर बनकर लगातर खुद तो लड़ ही रहे है, मगर इनके परिवार के सदस्य भी इनके साथ इस जंग में डटे हुए हैं. ऐसा ही एक तस्वीर सामने आई हैं. जिसमें जिला अस्पताल में तैनात नर्सिंगकर्मी सुनीता मार्टिन कोरोना से जंग के साथ ही अपनी मां होने की बखूबी जिम्मेदारी निभाई रही हैं.
सुनीता मार्टिन का ढाई साल का बेटा है, जिसे वो अस्पताल लेकर आती हैं. सुनीता ड्यूटी के साथ ही बच्चे की देखभाल भी करती हैं. मार्टिन कहती हैं कि पति बाहर काम करते हैं. घर पर छोटे बेटे की देखभाल करने वाला कोई सदस्य नहीं है. ऐसे में उसे घर पर अकेला भी नहीं छोड़ा जा सकता है. इसलिए अस्पताल में ड्यूटी के दौरान बच्चे को उन्हें अस्पताल में साथ रखना पड़ता है. जिला अस्पताल में सुनीता कई सालों से नर्स का काम करती हैं. उनके बच्चे की महज ढाई साल उम्र है, ऐसे में वह कुछ नहीं समझता.
जिससे मार्टिन को उसका ज्यादा ख्याल रखना पड़ता है. कोरोना महामारी के इस दौर में सुनीता कहती हैं कि ड्यूटी करना बेहद जरूरी है, क्योंकि देश इस संकट से गुजर रहा है. दूसरी तरफ अपने बच्चे को अस्पताल में रखने के दौरान उन्हें बच्चे के संक्रमित होने का डर सताते रहता हैं.
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मार्टिन की माने तो कोरोना के इस संकट में उनका बच्चा भी जूझ रहा है. वहीं कोरोना से बच्चे को बचाने के लिए वह कहती है कि पूरी सावधानी तो रखती हूं, लेकिन बच्चा छोटा होने ने कारण मास्क पहनकर नहीं रख पाता है. मार्टिन खुद को फाइटर बताते हुए कहती हैं कि सावधानी से ही कोरोना हारेगा.