श्रीगंगानगर. जिले में बिजली बिल में वृद्धि को लेकर लोगों में आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है. बिजली निगम कार्यालयों पर प्रदर्शन के बाद अब उपभोक्ता जिला कलेक्ट्रेट पर अपना विरोध जताना शुरू कर दिए हैं. इसी क्रम में आरएलपी पार्टी कार्यकर्ताओं ने बिजली बिलों के विरोध में जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है.
प्रदर्शनकारियों ने कहा है कि करोना काल में 30 मई से पहले बिजली के बिल जमा करवाने पर राज्य सरकार की ओर से दी गई 5% छूट छलावा साबित हुई है. इसके बाद उपभोक्ता खुद को अब ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं. जुलाई के बिल में किसी प्रकार की छूट नहीं दी गई है उल्टा कुछ और चार्जेस जोड़कर बिल बढ़ा दिया गया है. वहीं राज्य सरकार ने लॉक डाउन के दौरान मई के मध्य में घोषणा की थी कि 30 मई से पहले के बिल जमा करवाने वाले उपभोक्ताओं को छूट दी जाएगी.
साथ ही घरेलू उपभोक्ता को यह छूट 5% थी और व्यवसायिक एवं औद्योगिक उपभोक्ताओं को 1% छूट का प्रावधान किया गया था. साथ ही कहा गया था कि एक बार तो बिल पूरा ही जमा करवाना होगा, लेकिन आगामी बिल में छूट की राशि कम करके बिल जारी किए जाएंगे. जिसके बाद अब जुलाई के आए बिलों में छूट का कोई जिक्र नहीं किया गया है.
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कोरोना काल में आर्थिक तंगी के बावजूद बिजली के बिलों में अत्यधिक वृद्धि करने से आमजन का घर खर्च चलाना मुश्किल हो गया है. आमजन व श्रमिकों के पास काम धंधा नहीं रहा है. ऐसे में रोजगार ठप होने से बेरोजगारी के हालात बने हुए हैं. जिसके बाद परिवार का पालन पोषण करना मुश्किल हो गया है. ऐसी स्थिति में बिजली बिलों में की गई वृद्धि सरकार की ओर से वापस दी जानी चाहिए.