श्रीगंगानगर. सिख धर्म के दसवें और अंतिम गुरु गोविंद सिंह जी की जयंती गुरुवार को श्रीगंगानगर में धूमधाम से मनाई जा रही है. गुरुद्वारा सिंह सभा में प्रकाश पर्व के रुप में मनाई जा रही जयंती पर बडी संख्या में श्रद्धालु गुरुद्वारे में पहुच रहे हैं. शौर्य और साहस के प्रतीक गुरु गोविंद सिंह जी का जन्म पौष माह की शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को बिहार के पटना में हुआ था.
गुरु गोविंद सिंह एक अध्यात्मिक गुरु होने के साथ-साथ एक निर्भय योद्धा,कवि और दार्शनिक भी थे.गुरु गोविंद सिंह जी ने खालसा पंथ की स्थापना की थी. गुरु गोविंद सिंह के जन्म दिवस को प्रकाश पर्व के रूप में मनाया जाता है.गोविंद जी का कहना है कि हमेशा अपने व्यक्तित्व को निखारने के लिए काम करते रहना चाहिए.
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आप हमेशा कुछ न कुछ नया सीखते रहेंगे तो आप में सकारात्मकता का संचार होगा. गुरु गोविंद सिंह ने संस्कृत, फारसी, पंजाबी और अरबी भाषा का ज्ञान अर्जित किया था.