श्रीगंगानगर. जिले की सबसे बड़ी कृषि अनाज मंडी अब तीसरी आंख की नजर में रहेगी. मंडी में आए दिन हो रही चोरी की घटनाएं और किसानों के जींस की चोरी होने की शिकायत मिल रही थी. जिसपर अब पूरी अनाज मंडी में सीसीटीवी लगाया गया है.
कृषि जिंस कारोबार के लिए प्रसिद्ध शहर की ए श्रेणी कृषि उपज मंडी में सुरक्षा के मद्देनजर सीसीटीवी लगाए गए हैं. यह मंडी 150 किमी में फैली है. मंडी में लगे सीसीटीवी पूरे मंडी क्षेत्र को कवर किया गया है. सीसीटीवी की मॉनिटरिंग मंडी सचिव कार्यालय में रखी गई है. जिससे अधिकारी उस पर नजर बनाए रखें. जिले की सबसे बड़ी मंडी में बड़ी संख्या में किसान अपना जींस लेकर आते हैं.
किसानों को अपने माल को बेचने के लिए कई बार इंतजार करना पड़ता है. जिसके चलते किसान अपने माल को मंडी में बने पिंडो में रखकर चला जाता है. जिसके कारण पीछे से कई बार माल घटने की बात सामने आती रही है. ऐसे में अब सीसीटीवी लगने से किसानों के जींस में घटौती होने की घटनाओं पर रोक लगेगी.
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हालांकि, कुछ जगहों पर कैमरे नहीं लगने से मंडी क्षेत्र के अंदर का एरिया अब भी कैमरों से वंचित है. ऐसे में मंडी के विस्तृत क्षेत्र को देखते हुए जल्द ही मंडी में निगरानी के लिए सीसीटीवी 'तीसरी आंख' के दायरे में बढ़ोतरी होने वाली है. सुरक्षा को और अधिक सुदृढ़ करने की दृष्टि से मंडी समिति की ओर से मंडी परिसर में द्वितीय चरण में सीसीटीवी लगाए जाएंगे. वहीं मंडी में हर साल अरबों रुपए का कारोबार होता है. प्रमुख तौर पर गेहूं, बाजरा, सरसों, चना, कपास, ग्वार की आवक होती है. कृषि जिंस की खरीद करने वाले व्यापारियों से मंडी शुल्क वसूल किया जाता है.
कृषि मंडी सचिव मदन लाल खुराना ने बताया, कि मंडी में हो रही घटनाओं को रोकने के लिए पूरे मंडी क्षेत्र को सीसीटीवी में कैद किया है. जिनकी क्वालिटी काफी बेहतर है. फिर भी कुछ ऐसी जगह हैं, जहां पर कुछ दृश्य साफ दिखाई नहीं देते हैं.
उन जगहों पर कैमरे और लगवा कर मंडी क्षेत्र के चप्पे-चप्पे को तीसरी आंख में कैद किया जाएगा. जिससे चोरी सहित किसी प्रकार की घटना मंडी परिसर में घटित ना हो. वहीं किसानों की किसी प्रकार की शिकायत ना मिले.