श्रीगंगानगर. पूर्व डिप्टी सीएम और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रहे सचिन पायलट एक बार फिर शक्ति प्रदर्शन की तैयारी में हैं. पायलट इस बार 7 सितंबर को अपने जन्मदिन पर कार्यकर्ताओं को एकजुट करके शक्ति प्रदर्शन करने में लगे हैं. इसी क्रम में पायलट समर्थकों ने श्रीगंगानगर में सचिन पायलट के जन्मदिन के पूर्व संध्या पर रक्तदान शिविर का आयोजन किया.
पूर्व उपमुख्यमंत्री के जन्मदिन पर शक्ति प्रदर्शन का एक ही मकसद है कि पार्टी आलाकमान को भी पता लगे कि पायलट की जनता में लोकप्रियता कितनी है. जन्मदिन पर समर्थकों और कार्यकर्ताओं की भीड़ जुटाकर पायलट कैंप एक बार फिर अपनी ताकत पर एहसास कराना चाहते हैं. इसी क्रम में कुछ जिलो में तो पायलट समर्थकों ने जन्मदिन की पूर्व संध्या पर रक्तदान शिविर कार्यक्रम का आयोजन भी कर डाला.
श्रीगंगानगर जिले में पायलट समर्थक युवा कार्यकर्ताओं ने रविवार को जन्मदिन से कुछ समय पहले ही रक्तदान शिविर का आयोजन किया. कांग्रेस महासचिव व पूर्व सेवादल जिला अध्यक्ष श्यामलाल शेखावाटी ने कहा कि युवाओं में सचिन पायलट के प्रति जो उत्साह देखने को मिला है, उसको देखते हुए जन्मदिन से पहले की रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया है.
150 यूनिट ब्लड डोनेट
सचिन पायलट के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व महासचिव कृष्ण भम्भू और श्यामलाल शेखावटी के नेतृत्व में सैकड़ों कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने रक्तदान कैंप में रक्तदान कर अपने नेता के प्रति आस्था जाहिर की है. करीब 150 यूनिट रक्तदान करके युवा कार्यकर्ताओ ने ये दिखा दिया है कि कांग्रेस में पायलट के प्रति उनकी आस्था और लोकप्रियता अब भी वैसे ही बरकरार है. हालांकि, सचिन पायलट के जन्मदिन पर कार्यकर्ताओं ने राज्य के अलग-अलग जिलों और ग्रामीण क्षेत्रों तक जन्मदिन मनाने की तैयारी शुरू कर रखी है लेकिन श्रीगंगानगर जिले के कार्यकर्ताओं का उत्साह दोगुना ही है इसलिए उन्होंने जन्मदिन से एक दिल पहले रक्तदान कैंप का आयोजन किया.
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उधर, पायलट कैंप की ओर से समर्थक नेताओं और कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्र में सचिन पायलट के जन्मदिन पर रक्तदान शिविर का आयोजन कर एक ताकत का एहसास कराएं.
उधर, कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच पायलट के जन्मदिन को प्रदेश भर में बड़े स्तर पर बनाए जाने को लेकर कांग्रेसी गलियारों में चर्चाएं भी हैं. चर्चा इस बात की भी है कि जब राजस्थान में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. ऐसे में रक्तदान शिविर में भीड़ एकत्रित किए जाने से संक्रमण का खतरा और बढ़ सकता है.