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श्रीगंगानगरः साथी वकील की रिहाई के बाद बार एसोसिएशन की बैठक...कहा- दोषी पुलिसकर्मियों को दिलाएंगे सजा

श्रीगंगानगर में तीन महीने पहले एक वकील पर खुद की साढ़े तीन साल की बेटी के साथ दुष्कर्म करने के लगे आरोप सीआईडी सीबी की जांच के बाद आखिरकार गलत साबित हुए है. पोक्सो न्यायालय के आदेश पर वकील की हुई रिहाई के बाद गुरुवार को बार एसोसिएशन श्रीगंगानगर ने बैठक की. बैठक में बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने साथी वकील की रिहाई को वकीलों की जीत बताई.

Advocates announced to continue the fight, Lawyer accused of rape, वकील पर दुष्कर्म का आरोप
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Published : Aug 22, 2019, 5:42 PM IST

श्रीगंगानगर. तीन महीने पहले एक वकील पर खुद की साढ़े तीन साल की बेटी के साथ दुष्कर्म करने के लगे आरोप सीआईडी सीबी की जांच के बाद आखिरकार गलत साबित हुए है.

अधिवक्ताओं ने लड़ाई जारी रखने का किया एलान

पोक्सो न्यायालय के आदेश पर वकील की रिहाई हुई. साथी वकील की रिहाई के बाद बार एसोसिएशन ने गुरुवार को बैठक कर आगे की रणनीति पर चर्चा करते हुए इस पूरे मामले में षडयंत्र रचने वाले दोषियों के खिलाफ लड़ाई लड़ने का ऐलान किया है. बार की बैठक में उन दो अधिवक्ताओं की सदस्यता भी रद्द कर दी है. जिन्होंने इस मामले में अनुशासनहीनता की थी. बैठक में फैसला लिया गया कि साथी वकील के खिलाफ पोक्सो एक्ट में झूठा मामला दर्ज करवाने वाले लोगों का पता लगवाया जाएगा. वहीं, जिन पुलिस अधिकारियों ने मामले में बिना जांच किये वकील की नाटकीय तरीके से गिरफ्तारी की उनके खिलाफ कानूनी कारवाई कर सजा दिलाई जाएगी.

पढ़ेंः श्रीगंगानगर: निजी अस्पताल के मेडिकल स्टोर पर छापा, दो नकली दवाओं के लिए नमूने

बैठक में बार पदाधिकारियों ने अधिवक्ता जसवंत भादू और मंजू पांडे के खिलाफ एक स्वर में निंदा प्रस्ताव पारित करते हुए दोनों अधिवक्ताओ की बार से सदस्यता रद्द कर दी है. वहीं, अधिवक्ता वीरेंद्र सिहाग ने बताया कि प्रभारी मंत्री और जिला कलेक्टर द्वारा की गई कमेटी में दोषी पुलिस वालों के खिलाफ कानूनी कारवाई की मांग की जाएगी. उन्होंने कहा की वकील की गिरफ्तारी बार एसोसिएशन की जीत है. सीनियर अधिवक्ता चरणदास कम्बोज ने बताया कि जिस तरीके से पुलिस ने पूरे प्रकरण में अपनी भूमिका निभाई उससे साफ प्रतीत होता है कि पुलिस अधिकारीयों ने किसी के प्रभाव और दबाव में काम किया था.

श्रीगंगानगर. तीन महीने पहले एक वकील पर खुद की साढ़े तीन साल की बेटी के साथ दुष्कर्म करने के लगे आरोप सीआईडी सीबी की जांच के बाद आखिरकार गलत साबित हुए है.

अधिवक्ताओं ने लड़ाई जारी रखने का किया एलान

पोक्सो न्यायालय के आदेश पर वकील की रिहाई हुई. साथी वकील की रिहाई के बाद बार एसोसिएशन ने गुरुवार को बैठक कर आगे की रणनीति पर चर्चा करते हुए इस पूरे मामले में षडयंत्र रचने वाले दोषियों के खिलाफ लड़ाई लड़ने का ऐलान किया है. बार की बैठक में उन दो अधिवक्ताओं की सदस्यता भी रद्द कर दी है. जिन्होंने इस मामले में अनुशासनहीनता की थी. बैठक में फैसला लिया गया कि साथी वकील के खिलाफ पोक्सो एक्ट में झूठा मामला दर्ज करवाने वाले लोगों का पता लगवाया जाएगा. वहीं, जिन पुलिस अधिकारियों ने मामले में बिना जांच किये वकील की नाटकीय तरीके से गिरफ्तारी की उनके खिलाफ कानूनी कारवाई कर सजा दिलाई जाएगी.

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बैठक में बार पदाधिकारियों ने अधिवक्ता जसवंत भादू और मंजू पांडे के खिलाफ एक स्वर में निंदा प्रस्ताव पारित करते हुए दोनों अधिवक्ताओ की बार से सदस्यता रद्द कर दी है. वहीं, अधिवक्ता वीरेंद्र सिहाग ने बताया कि प्रभारी मंत्री और जिला कलेक्टर द्वारा की गई कमेटी में दोषी पुलिस वालों के खिलाफ कानूनी कारवाई की मांग की जाएगी. उन्होंने कहा की वकील की गिरफ्तारी बार एसोसिएशन की जीत है. सीनियर अधिवक्ता चरणदास कम्बोज ने बताया कि जिस तरीके से पुलिस ने पूरे प्रकरण में अपनी भूमिका निभाई उससे साफ प्रतीत होता है कि पुलिस अधिकारीयों ने किसी के प्रभाव और दबाव में काम किया था.

Intro:श्रीगंगानगर : तीन माह पहले एक वकील पर खुद की साढ़े तीन साल की बेटी के साथ दुष्कर्म करने के लगे आरोप सीआईडी सीबी की जांच के बाद आखिरकार गलत साबित हुए है। पोक्सो न्यायालय के आदेश पर वकील की हुई रिहाई के बाद गुरुवार को बार एसोसिएशन श्रीगंगानगर ने बैठक की। बैठक में बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने साथी वकील की रिहाई को वकीलों की जीत बताई। वकीलों ने कहां की साथी वकील को जिस षड्यन्त्र के तहत फसाया गया उसको अब आगे की जांच में पर्दाफास करवाया जाएगा।


Body:साथी वकील की रिहाई के बाद बार एसोसिएशन श्रीगंगानगर ने गुरुवार को बैठक कर आगे की रणनीति पर चर्चा करते हुए इस पूरे मामले में षडयंत्र रचने वाले दोषियों के खिलाफ लड़ाई लड़ने का ऐलान किया है। बार की बैठक में उन दो अधिवक्ताओं की सदस्यता भी रद्द कर दी है जिन्होंने इस मामले में अनुशासनहीनता की थी। बैठक में फैशला लिया गया कि साथी वकील के खिलाफ पोक्सो एक्ट में झूठा मामला दर्ज करवाने वाले लोगो का पता लगवाया जाएगा। वहीं जिन पुलिस अधिकारियों ने मामले में बगेर जांच किये वकील की नाटकीय तरीके गिरफ्तारी की उनके खिलाफ कानूनी कारवाई कर सजा दिलाई जाएगी। बैठक में बार पदाधिकारियों ने अधिवक्ता जसवंत भादू व मंजू पांडे के खिलाफ एक स्वर में निंदा प्रस्ताव पारित करते हुए दोनों अधिवक्ताओ की बार से सदस्यता रद्द कर दी है। वहीं अधिवक्ता वीरेंद्र सिहाग ने बताया कि प्रभारी मंत्री व जिला कलेक्टर द्वारा की गई कमेटी में दोषी पुलिस वालों के खिलाफ कानूनी कारवाई की मांग की जाएगी। उन्होंने कहाँ की वकील की गिरफ्तारी बार एसोसिएशन श्रीगंगानगर की जीत है। वही सीनियर अधिवक्ता चरणदास कम्बोज ने बताया कि जिस असवैधानिक तरीके से पुलिस ने पूरे प्रकरण में अपनी भूमिका निभाई उससे साफ प्रतीत होता है कि पुलिस अधिकारी किसी प्रभाव व दबाव में काम किया था। वहीं वकीलों ने मामले में जांच करने वाली सीआईडी सीबी की इंस्पेक्टर सुनीता बायल की तारीफ करते हुए उन्हें धन्यवाद दिया। साथ ही वकीलों ने अपने आंदोलन में समर्थन देने वाले सभी संस्थाओ का आभार जताया।

बाइट : वीरेंद्र सिहाग, अधिवक्ता
बाइट : चरणदास कम्बोज,सीनियर अधिवक्ता


Conclusion:दोषियों के खिलाफ अधिवक्ताओ की जारी रहेगी लड़ाई।
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