सिरोही. जिले के आबूरोड़ स्थित आदिवासी क्षेत्र भाखर का एक वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमे कुछ युवाओं होली के बाद जलते अंगारो से निकल रहे हैं. साथ ही आसपास ढ़ोल बज रहा है और कई युवा इस दौरान होलिका दहन के बाद आग से निकल रहे हैं.
बता दें कि आदिवासी क्षेत्र में होलिका दहन के प्रति आस्था और एक परम्परा के तहत इस तरह से युवा अंगारों से निकल रहे हैं. आदिवासियों की मान्यता है कि इस परंपरा को निर्गुण करने से सुख शांति और समृद्धि होती है तो कईयों का दावा है कि जब भक्त प्रहलाद खुद होलिका में बैठा और तमाम बुराइयां जल गई. मगर भगवान नहीं जले और उसी समय से वे उसी तरह से परंपरा का निर्गुण कर सकते हैं और हमारे अंदर की बुराइयों को आग में जलाकर शुद्ध रूप से स्वस्थ बाहर निकल सकते हैं.
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वहीं आग पर चलते हुए का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है. आदिवासी नेता रामलाल रनोरा ने बता कि यह आस्था प्रतिक है आदिवासी क्षेत्र मे मन्नत पूरी होने के बाद इस तरह से आग से निकलते हैं. आग पर चलने वाला युवक पुरे दिन व्रत रखता है और दिनभर कुछ खाता नहीं है. यहां तक कि पानी भी नहीं पीते हैं. जिसके बाद रात 12 बजे होली जलाई जाती है.
उसके बाद इस परम्परा का निर्वहन होता है. यह भी मान्यता है कि होली जलने के बाद अगर होली पूर्व में गिरती है तो आना वाला समय शुभ माना जाता है और अगर पश्चिम में गिरती है तो अशुभ मानी जाती है.