सिरोही. भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने गुजरात रवाना होने से पहले मीडिया से बातचीत करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस में जो 4 साल पहले विग्रह शुरू हुआ, उसे कोई रोक नहीं सकता है. क्योंकि यह किस्सा (Satish Poonia Taunted) कुर्सी का है. कुर्सी एक है और दावेदार दो हैं.
इसी विग्रह की सजा प्रदेश ने भुगति है. पूनिया ने कहा कि यह एकता (Unity in Rajasthan Congress) दिखावे की एकता है. हाथी के दांत दिखाने के अलग और खाने के अलग हैं. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की यात्रा के मद्देनजर यह हल्का डैमेज कंट्रोल है. इस विग्रह का राजस्थान की स्थिरता पर असर पड़ेगा. फोटो में भले ही एकता दिखी हो, लेकिन मन तो नहीं मिले.
राहुल गांधी के भारत जोड़ो यात्रा पर उन्होंने कहा कि उनकी यात्रा अलग है. हमारी यात्रा अलग है. इतना जरूर है कि राहुल गांधी ने कांग्रेस के इतिहास को ठीक से पढ़ा नही है. इस देश में जब जब विभाजन की बात होगी, आपातकाल की बात होगी तब-तब कांग्रेस को याद किया जाएगा. दुसरी बात यह है कि 55 साल तक राज करने वाली पार्टी खडिंत हो गई, नामो निशान मिट गया. देश ने नीतियों से, व्यवहार से नकार दिया. पूनिया ने कहा कि राजस्थान की दशा यह है कि यात्रा का नाम है भारत जोड़ो और पंच लाइन है लोगों को मरता छोड़ो.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्ल्किार्जुन के प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ दिए गए रावण वाले बयान पर पूनिया ने कहा कि उन्होने कहा कि कितनी जगह मोदी के चेहरे का इस्तेमाल करेंगे. उनके कितने चेहरे हैं, क्या उनके 10 चेहरे हैं क्या?. पूनिया ने कहा कि मुझे लगता है कि यह कांग्रेस के मानसिकता का प्रतीक है. कांग्रेस के लोग शुरुआत से लेकर अबतक राम पर सवाल उठाते रहे, काल्पनिक बताते रहे. ऐसी पार्टी से क्या उम्मीद कर सकते हैं. रामसेतु से उन्हे परहेज था, राम से परहेज था. उस व्यक्ति के खिलाफ इतनी ओछी टिप्पणी का जवाब गुजरात की जनता देगी.
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ये कांग्रेस का कॉमर्शियल ब्रेक हैः कांग्रेस की अंदरूनी कलह पर बीजेपी विधायक और प्रदेश प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि कल जिस तरह से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट का हाथ ऊंचा करा कर केसी वेणुगोपाल ने प्रदेश में सब ठीक होने का विश्वास दिलाया, यह सिर्फ कांग्रेस का पॉलिटिकल कमर्शियल ब्रेक है. राहुल गांधी की भारत जोड़ी यात्रा के बाद खुलकर सबके सामने एक बार फिर आएगा.
राम लाल शर्मा ने कहा कि लाख प्रयासों के बावजूद कांग्रेस की अंदरूनी कलह कम नहीं हो है. कांग्रेस ने नेताओं में अंदरूनी अंदर खाने नाराजगी भरी पड़ी है. कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कल फिर हाथ खड़े करके प्रदेश के आवाम को यह विश्वास दिलाया कि कांग्रेस में सब ठीक है. लेकिन जिस तरह से टीवी पर विज्ञापन आते हैं उसमें एक कमर्शियल ब्रेक लेते हैं तो यह वैसे ही है. यह कमर्शियल ब्रेक नहीं है, यह पॉलिटिकल ब्रेक है.
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राम लाल शर्मा ने कहा कि ये विवाद कुछ दिन के लिए थमा है, फिर प्रदेश की जनता को वही सब सुनने को मिलेगा. नकारा, निकम्मा, गद्दार, इन तीनों शब्दों की लोकप्रियता के बाद चौथा शब्द प्रदेश की जनता को सुनने को मिलेगा. शर्मा ने कहा कि कांग्रेस की अंदरूनी कलह का नुकसान राजस्थान की जनता को है. कांग्रेस के नेताओं को और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को इसका नुकसान नहीं है. राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बाद फिर से कांग्रेस में वहीं सबकुछ सुनने और देखने को मिलेगा जो पिछले 4 साल से सबके सामने है. इस बार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एक और कोई नया शब्द लेकर आएंगे, इन तीन शब्दों के बाद.
रामलाल शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधानसभा में बड़ी-बड़ी घोषणाएं भी की. चुनाव के दौरान इनके अंतरराष्ट्रीय नेता राहुल गांधी ने भी कर्जमाफी की घोषणा की भ्रष्टाचार मिटाने की बात की थी और बेरोजगारों को रोजगार देने की बात की थी, लेकिन कांग्रेस के चार साल के राज में क्या हुआ.