सिरोही. आगामी विधानसभा चुनाव जैसे जैसे नजदीक आ रहे हैं पार्टियों में गुटबाजी और ज्यादा हावी होती जा रही हैं. कांग्रेस में पिछले कई वर्षों से गुटबाजी जिलेभर में हावी हैं पर पिछले दिनों सरकार के दो मंत्रियों प्रमोद जैन भाया और शकुंतला रावत जिले के दौरे पर आए और सिरोही के निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा ने मंत्रियों की उपस्थिति में कांग्रेस की बैठक का संचालन किया. उससे लगा कि अब कांग्रेस में जिले में गुटबाजी ख़त्म हो गई हैं पर फिर से अब गुटबाजी दिखने लगी हैं.
राज्यसभा सांसद नीरज डांगी के गुट के माने जाने कांग्रेस ओबीसी मोर्चा जिलाध्यक्ष भवनीश बारोठ ने निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा पर बयान दिया. उन्होंने कहा कि निर्दलीय विधायक की हठधर्मिता के चलते विधानसभा क्षेत्र और जिले में कांग्रेस कमजोर हुई है. भवनीश बारोठ ने मामले को लेकर प्रदेश प्रभारी व सहप्रभारी को भी पत्र लिख संयम लोढ़ा पर आरोप लगाए. बारोठ ने कहा कि पिछले 5 वर्षों में निर्दलीय विधायक ने क्षेत्र में नैतिक व अनैतिक कार्य किए हैं. भाजपा की ओर से भी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए हैं. भ्रष्ट अधिकारियो की क्षेत्र में तैनाती की गई है.
जिन निर्दलीय विधायकों ने कांग्रेस के खिलाफ चुनाव लड़ा था और पार्टी को कमजोर किया ऐसे निर्दलीय विधायको को पार्टी टिकट ना दे. जिससे कांग्रेस के निष्ठावान कार्यकर्त्ता का मनोबल बढ़ेगा. कांग्रेस कार्यकर्त्ता अभी अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहा हैं. संयम लोढ़ा पर हमला करते हुए भवनीश बारोठ ने कहा कि निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा ने सिरोही में 5 वर्षों में ईंट और पत्थर की दीवारें बनवाई हैं, लेकिन वर्तमान में सिरोही के कार्यकर्त्ताओ का शोषण हुआ हैं. सरकार की योजना का लाभ कार्यकर्त्ताओं को नहीं मिला और निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा ने अपनी हठधार्मिता से कांग्रेस को कमजोर किया. अपने चेहतों को राजनैतिक पद दिए और चेहते अधिकारियो की पोस्टिंग करवाई जिससे कांग्रेस का आम कार्यकर्त्ता कमजोर हुआ.
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