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Protest against Right to Health Bill : आमरण अनशन कर रहे डॉक्टर की बिगड़ी तबीयत, अस्पताल में भर्ती

सिरोही में राइट टू हेल्थ बिल के विरोध में आमरण अनशन पर बैठे एक चिकित्सक की तबीयत बिगड़ (Protest against Right to Health Bill) गई है. डॉ. ओपी मेवाड़ा को जिला अस्पताल में करवाया भर्ती, 3 दिन से बिल के विरोध में धरने पर बैठे थे.

Protest against Right to Health Bill
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Published : Apr 2, 2023, 9:17 AM IST

सिरोही. राजस्थान में अशोक गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार की तरफ से लाए गए राइट टू हेल्थ बिल का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है. आरटीएच बिल के विरोध में प्रदेशभर में निजी चिकित्सकों की तरफ से विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. वहीं, सिरोही में इस बिल के विरोध में पिछले तीन दिनों से जिला अस्पताल के बाहर आईएमए के बैनर तले निजी चिकित्सक धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, जिसमे दो डॉक्टर आमरण अनशन कर रहे हैं. शनिवार रात आमरण अनशन कर रहे डॉक्टर ओपी मेवाड़ा की तबियत अचानक से खराब हो गई. उन्हें इलाज के लिए तुरंत ही जिला अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जंहा उनका उपचार जारी है.

राइट टू हेल्थ बिल एक तरह का काला कानून: आमरण अनशन कर रहे ओपी मेवाड़ा ने कहा कि राज्य सरकार की तरफ से लाया गया राइट टू हेल्थ बिल एक तरह का काला कानून है, जिसे सरकार को वापस लेना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि यह बिल न तो चिकित्सकों के हित में है और न ही आम जनता के हित में है. जब तक बिल वापस नहीं होगा, वह अपना आमरण अनशन जारी रखेंगे.

पढ़ें : Protest against Right to Health Bill: राइट टू हेल्थ बिल को लेकर डॉक्टर्स का विरोध जारी, कहा- बिल नहीं ये है काला कानून

विरोध में निकाला गया विशाल जुलूस : राइट टू हेल्थ के विरोध में जिला अस्पताल के बाहर प्रदर्शन कर रहे चिकित्सकों के समर्थन और बिल वापसी की मांग को लेकर जुलूस निकाला गया. जिले के आबूरोड, शिवगंज, पिण्डवाड़ा, स्वरुपगंज समेत जालोर और पाली के निजी चिकित्सक सिरोही पहुंचे, यहा विशाल रैली निकाली गई और बिल को वापस लेने की मांग की गई.

सिरोही. राजस्थान में अशोक गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार की तरफ से लाए गए राइट टू हेल्थ बिल का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है. आरटीएच बिल के विरोध में प्रदेशभर में निजी चिकित्सकों की तरफ से विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. वहीं, सिरोही में इस बिल के विरोध में पिछले तीन दिनों से जिला अस्पताल के बाहर आईएमए के बैनर तले निजी चिकित्सक धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, जिसमे दो डॉक्टर आमरण अनशन कर रहे हैं. शनिवार रात आमरण अनशन कर रहे डॉक्टर ओपी मेवाड़ा की तबियत अचानक से खराब हो गई. उन्हें इलाज के लिए तुरंत ही जिला अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जंहा उनका उपचार जारी है.

राइट टू हेल्थ बिल एक तरह का काला कानून: आमरण अनशन कर रहे ओपी मेवाड़ा ने कहा कि राज्य सरकार की तरफ से लाया गया राइट टू हेल्थ बिल एक तरह का काला कानून है, जिसे सरकार को वापस लेना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि यह बिल न तो चिकित्सकों के हित में है और न ही आम जनता के हित में है. जब तक बिल वापस नहीं होगा, वह अपना आमरण अनशन जारी रखेंगे.

पढ़ें : Protest against Right to Health Bill: राइट टू हेल्थ बिल को लेकर डॉक्टर्स का विरोध जारी, कहा- बिल नहीं ये है काला कानून

विरोध में निकाला गया विशाल जुलूस : राइट टू हेल्थ के विरोध में जिला अस्पताल के बाहर प्रदर्शन कर रहे चिकित्सकों के समर्थन और बिल वापसी की मांग को लेकर जुलूस निकाला गया. जिले के आबूरोड, शिवगंज, पिण्डवाड़ा, स्वरुपगंज समेत जालोर और पाली के निजी चिकित्सक सिरोही पहुंचे, यहा विशाल रैली निकाली गई और बिल को वापस लेने की मांग की गई.

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