सिरोही. जिले में कोरोना के कहर के बीच चिकित्सा विभाग की लापरवाही सामने आई थी और जिला अस्पताल में लम्बे समय से पड़े 42 वेंटीलेटर खराब पड़े थे. इसका नतीजा यह हुआ की जिला अस्पताल में कोरोना काल के दौरान 100 से अधिक लोगो की मौत हो गई. अब पूरे मामले में राजस्थान हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर हुई है जिसमे कोर्ट ने मामले में राज्य सरकार को नोटिस भेजा है और जवाब मांगा है. इस मामले की अगली सुनवाई 6 मई तय की गई है.
अधिवक्ता परीक्षित खरोर ने राजकीय चिकित्सालय सिरोही में आक्सीजन की कमी, वेंटिलेटर के अभाव में हो रही मौतों व अव्यवस्था को लेकर माननीय उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दायर की थी. जिसपर मंगलवार को सुनवाई हुई. मुख्य न्यायाधीश महोदय इन्द्रजीत महान्ती और न्यायाधीश विनीत कुमार माथुर की खण्ड पीठ ने मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य सरकार को नोटिस जारी किया और जवाब के लिए अगली सुनवाई दिनांक 6 मई को नियत की.
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पिछले कुछ दिनों से सिरोही में कोरोना के कारण मौतों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है. 42 वेन्टीलेटर जो कई महीनों पहले खरीदे गए थे उनका उपयोग नहीं हुआ है. आक्सीजन की कमी व इनके उपयोग के अभाव मे मौतों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है. मौतों का आंकड़ा भी छिपाया गया. जिला अस्पताल में कोरोना पाॅजीटिव मरीजों के इलाज में की जा रही भारी लापरवाही को रोकने और किसी कोरोना पाॅजीटिव मरीज की आक्सीजन की कमी व लापरवाही के कारण मौतें नहीं हो और उनको सही इलाज मिल सके. इस मामले को लेकर ईटीवी भारत ने भी खबर प्रसारित की थी और चिकित्सा विभाग की लापरवाही को उजागर किया था. कोर्ट ने मामले में जिला प्रशासन को भी नोटिस जारी किया है.