सिरोही. 20 साल से भी अधिक समय से सिरोही जिले के मंडार में रहने वाले पाक विस्थापितों को मतदान का अधिकार प्राप्त नहीं है. यही वजह है कि दूसरे चरण के मतदान में वे भाग नहीं ले सके. उन्हें मायूस होना पड़ा.
पाकिस्तान से सिरोही के मंडार में रहने आए करीब 30 परिवारों के 150 लोगों को आज मतदान से वंचित होना पड़ा. पाक विस्थापितों में शामिल महिला संगीता ने ईटीवी भारत को बताया कि वह पिछले 20 सालों से मंडार में निवासरत हैं. उन्हें नागरिकता नहीं मिलने के कारण कई परेशानियों से गुजरना पड़ता है. मूलभूत सुविधाएं जैसे गैस कनेक्शन, बिजली कनेक्शन सहित कई ऐसी चीजें हैं उन्हें नहीं मिल पा रही.
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मतदान के अधिकार से पहले पाक विस्थापितों को भारतीय नागरिकता मिलना आवश्यक है. महिला संगीता ने बताया कि वे इसके लिए राज्य सरकार और केंद्र सरकार से कई बार गुहार लगाई है कि उन्हें जल्द से जल्द भारत की नागरिकता दी जाए. जिससे वह भारत में एक स्थाई नागरिक के तौर पर अपना जीवन यापन कर सकें.
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मतदान बूथ के बाहर मौजूद एक पाक विस्थापित शख्स ने बताया कि नागरिकता नहीं मिलने के चलते उनके बच्चों की पढ़ाई महंगी फीस देकर निजी स्कूलों में करवानी पड़ रही है. वहीं, सरकारी योजनाओं के लाभ से भी वे वंचित हैं.