सिरोही. जिले के माउंट आबू क्षेत्र में ऐसे तो भालुओं के आने की घटनाएं आम हैं, लेकिन गुरुवार रात एक अस्पताल के स्टाफ क्वार्टर में भालू के घुसने से दहशत का माहौल बन गया. करीब घंटे भर पूरी इमारत में लोग डर सहमे रहे. सभी कमरों के दरवाजे बंद कर दुबके रहे. वहीं, इस दौरान भालू बिल्डिंग के हॉल में घूमता रहा. लेकिन कुछ देर बाद वो किसी तरह से वहां से बाहर निकल जंगल की ओर चला गया. जिसके बाद सभी ने राहत की सांस ली.
ऐसे हुई एंट्रीः दरअसल, ये घटना ग्लोबल अस्पताल के स्टाफ क्वार्टर की है, जहां गुरुवार रात को अचानक एक भालू घुस आया. इस दौरान वहां काम करने वाले कर्मचारी बीके कमलेश भाई ने उसे बिल्डिंग के हॉल में घूमते दिखा. उन्होंने बताया कि गुरुवार रात करीब तीन बजे स्टाफ बिल्डिंग में भालू दरवाजे से घुस आया. ऐसे में वो जैसे ही भीतर आया खुद-ब-खुद दरवाजा लॉक हो गया. इस दौरान वो बिल्डिंग के हॉल में घूमता रहा और वहां से बाहर निकलने की कोशिश करता रहा. कमलेश ने बताया कि भालू के बिल्डिंग में घुसने के दौरान बिल्डिंग के अलग-अलग कमरों में कुल 35 लोग सो रहे थे और उन्हें जैसे ही भालू के घुसने की सूचना मिली वो डर गए. सावधनी के लिए सभी ने अपने कमरे का दरवाजा बंद कर लिया.
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छत से लगाई छलांगः हालांकि, इस बीच बाहर निकलने के लिए भालू लगातार प्रयास करता रहा. लेकिन दरवाजा बंद होने के कारण वो बाहर नहीं निकल पा रहा था. आखिरकार वो सीढ़ियों से होते हुए छत पर आया, जहां करीब 10 मिनट तक कूदने की कोशिश करता नजर आया. लेकिन अंत में वो पास की बिल्डिंग में जा घुसा और वहां से उसने नीचे खड़ी बाइकों पर छलांग लगाई और अस्पताल से बाहर निकल जंगल की ओर चला गया.
दहशत में गुजरे 45 मिनटः भालू के ग्लोबल अस्पताल के स्टाफ बिल्डिंग में आने से भय का माहौल बन गया. इस दौरान कई लोग शोर मचाने लगे तो भालू भी इधर-उधर भागते नजर आया. लेकिन दरवाजा लॉक होने के कारण वो परिसर से बाहर निकलने में असमर्थ दिखा. वहीं, शोरगुल से आजिज आकर उसने कमरों के दरवाजों पर पंजा मारना शुरू कर दिया. जिसके कारण दरवाजे पर नाखून के निशान बन गए. ये पूरा वाकया करीब 45 मिनट तक चलता रहा और आखिरकार भालू पास की इमारत के रास्ते बाहर निकल जंगल की ओर चला गया. जिसके बाद सभी ने राहत की सांस ली.