आबूरोड (सिरोही). गुजरात में 19 जून को राज्यसभा की 4 सीटों पर होने वाले चुनाव से पहले कांग्रेस में बाड़ेबंदी का दौरा शुरू हो गया है. कांग्रेस विधायकों की बाड़ेबंदी कर उन्हें राजस्थान-गुजरात सीमा पर आबूरोड के एक निजी रिसोर्ट में ठहराया गया है. शुक्रवार तक बाड़ेबंदी में 23 विधायक थे. वहीं शनिवार शाम को 7 और विधायक रिसोर्ट में पहुंचे हैं.
गुजरात में 4 सीटों पर राज्यसभा चुनावों कों लेकर सरगर्मियां तेज है. कांग्रेस राज्यसभा चुनाव से पहले से घिरती नजर आ रही है. पार्टी के तीन विधायक इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो गए हैं. ऐसे में पार्टी को अन्य विधायकों के दूसरे पार्टी में शामिल होने का डर बना हुआ है. जिसके बाद पार्टी के विधायकों की बाड़ेबंदी की जा रही है. पिछले 6 दिनों से पार्टी के 23 विधायकों को राजस्थान-गुजरात सीमा पर आबूरोड के जाम्बुडी स्थित एक निजी रिसोर्ट में रुकवाया गया है. वहीं शनिवार को 7 और विधायकों को रिसोर्ट में ठहराया गया है. जिसके बाद बाड़ेबंदी में शामिल विधायकों की संख्या 30 हो गई है. साथ ही रिसोर्ट में रुके विधायक पास में मौजूद अम्बाजी सहित अन्य स्थानों पर भी घूम रहे हैं.
किरीट पटेल ने भाजपा पर लगाया आरोप
वहीं पाटन विधायक किरीट पटेल ने कहा की कांग्रेस के विधायकों पर कोई दबाव नहीं है. भाजपा पुलिस के जरिए कांग्रेसी विधायकों पर दबाव बना रही है और किसी ना किसी मामले में फंसाने की धमकी दे रही है. जिसको लेकर भाजपा के षड्यंत्र में सभी विधायक अपनी मर्जी से एक स्थान पर आए हैं.
यह भी पढ़ें: ACB के शिकंजे में पूर्व मंत्री भवानी जोशी, निर्माण स्वीकृति के मुकाबले होटल की ऊंचाई बढ़ाने के मामले में केस दर्ज
बाड़ेबंदी में शामिल विधायकों में चंदन ठाकोर, भरत ठाकोर, गनीबेन ठाकोर, शिव भाई भूरिया, गुलाबसिंह राजपूत, कांति खराडी, सीजे चावड़ा, बलदेव ठाकोर, ऋत्विक मकवाना, राजेश गोहिल, महेश पटेल, राजेंद्र सिंह ठाकोर, अश्विन कोटवाल, वजेसी पणदा, जसू भाई पटेल, नौशाद सोलंकी, लख भाई भरवाड, नाथा भाई पटेल, सुरेश पटेल किरीट पटेल, शैलेश परमार, हिम्मत भाई पटेल, अनिल जोशी, कालूसिंह डाबी, कांति सोढा, निरंजन पटेल, अजितसिंह चौहान, कांति भाई परमार, पूनम भाई परमार और जसवंत सिंह पढियार शामिल हैं.