सिरोही. राज्यसभा चुनावों को लेकर हलचल अब तेज हो गई है. ऐसे में पार्टियां अपने विधायकों की बाड़ेबंदी कर इधर उधर ले जा रही है. गुजरात में राज्यसभा की 4 सीटों के लिए 19 जून को चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में कांग्रेस को क्रॉस वोटिंग का खतरा सता रहा है. जिस पर कांग्रेस विधायकों की बाड़ेबंदी कर उन्हें राजस्थान गुजरात सीमा पर स्थित आबूरोड के एक रिसोर्ट में लाया गया है. बता दें कि अब तक करीब 23 विधायकों के रिसोर्ट में ठहरने की जानकारी है. विधायकों के रिसोर्ट में ठहरने का मंगलवार को तीसरा दिन है.
बताया जा रहा था कि इन विधायकों को जयपुर ले जाया जाएगा. लेकिन अब जानकारी में आया है कि अब इन विधायकों को इसी रिसोर्ट में रखा जाएगा. गौरतलब है कि 19 जून को राजस्थान में 3 राज्यसभा सीट के चुनाव है. ऐसे में प्रदेश में भी चुनाव को लेकर काफी हलचल देखी जा रही है.
गुजरात में राज्यसभा चुनावों की पार्टियां अपने सभी दांवपेच अपना रही हैं. गुजरात में चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा और तीन विधायक कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हो गए. ऐसे में कांग्रेस की ओर से उनके पास बचे हुए विधायकों को टूटने से बचाने के लिये हर हथकंडा अपनाया जा रहा है. जिससे पार्टी के विधायक टूटे नहीं और कांग्रेस के साथ ही रहे. इसी को लेकर विधायकों की बाड़ेबंदी कर उन्हें गुजरात से राजस्थान शिफ्ट किया गया है.
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बता दें कि 23 विधायकों को गुजरात सीमा से सटे प्रदेश के आबूरोड स्थित जाम्बुडी के एक निजी रिसोर्ट में लाया गया है. सभी विधायकों की खातिरदारी की जा रही है. रिसोर्ट में विधायकों के अलावा गुजरात कांग्रेस के नेता और स्थानीय आबूरोड के नेता भी रुके हुए है. शाम तक और विधायकों के रिसोर्ट में आने की संभावना हैं.
रिपोर्ट में रुके गुजरात ये ये कांग्रेसी विधायक
रिसोर्ट में ठहरने वाले विधायको में चंदन ठाकोर, भरत ठाकोर, गनीबेन ठाकोर, शिव भाई भूरिया, गुलाबसिंह राजपूत कांति खराडी, सीजे चावड़ा ,बलदेव ठाकोर, ऋत्विक मकवाना, राजेश गोहिल, महेश पटेल, राजेंद्र सिंह ठाकोर, अश्विन कोटवाल, वजेसी पणदा, जसू भाई पटेल, नौशाद सोलंकी, लख भाई भरवाड़, नाथा भाई पटेल, सुरेश पटेल, किरीट पटेल, शैलेश परमार, हिम्मत भाई पटेल और अनिल जोशी शामिल हैं.