नीमकाथाना (सीकर). रेवाड़ी-फुलेरा ब्रॉडगेज रेलवे ट्रैक पर एलसी नं.76 पर आरयूबी निर्माण बंद होने के मामले में चल रहा क्रमिक अनशन व धरना 24वें दिन जारी रहा. अब महिलाएं आंदोलन में उतर आई हैं. धरना स्थल पर हुई सभा में 4 कॉलोनियों की महिलाओं ने कहा तीन दिन में रास्ता नहीं खुला तो आरओबी से ट्रैफिक रोक देंगी.
नगर पालिका, राज्य सरकार व केंद्र सरकार तक मामले में शिकायतें दर्ज कराई हैं, लेकिंन रास्ता खुलवाने की दिशा में प्रयास नहीं हुए. इससे लोगों में गहरी नाराजगी है. दरअसल, रेवाड़ी-फुलेरा के बीच रेलवे फाटक संख्या-76 पर आरयूबी निर्माण बंद होने के मामले में संघर्ष समिति का क्रमिक अनशन व धरना 24वें रोज भी जारी रहा. चार कॉलोनियों की महिलाओं ने धरने देकर तीन दिन में रास्ता खोलने की मांग रखी है.
ऐसा नहीं होने पर महिलाओं ने आरओबी के दोनों साइड में रास्ता जाम कर विरोध करने की चेतावनी दी है. कॉलोनी निवासी राधा आसीजा व सीमा मितल ने कहा एक साल से आरयूबी निर्माण बंद हैं. नगर पालिका, राज्य सरकार व रेलवे सुनवाई नहीं कर रहे. संघर्ष समिति रास्ता खुलवाने व आरयूबी निर्माण चालू कराने की मांग पर सबंधित अधिकारियों से मिल रही हैं. लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही.
रास्ता बंद होने से महिलाएं व स्कूली बच्चे पीड़ित हैं. हर रोज करीब 10 से 15 हजार लोग रेल लाइन क्रास कर दूसरी साइड जाते हैं. कई बार हादसे हुए हैं. हर वक्त दुर्घटना का अंदेशा रहता है. रास्ता चालू कराने में कोई विभाग रूची नहीं दिखा रहा है. ऐसे में महिलाओं ने आंदोलन को तेज करने का निर्णय किया है. धरने में पालिकाध्यक्ष त्रिलोक दीवान व दौलतराम गोयल भी शामिल हुए. दीवान ने मामले में नगर पालिका के स्तर पर हुई कार्रवाई का ब्यौरा दिया.
संघर्ष समिति संयोजक सांवलराम यादव ने बताया कि डबल बॉक्स आरयूबी की मांग पर कलेक्टर के प्रस्ताव के साथ मामला डीआरएम के माध्यम से सरकार को भेजा गया है. लेकिन मौजूदा स्थिति में आरयूबी से रास्ता चालू कराने की दिशा में भी नगर पालिका व राज्य सरकार के अधिकारी प्रयास नहीं कर रहे हैं. इससे हजारों लोग हर दिन परेशानी झेल रहे हैं. धरने में बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हुई.