सीकर. जिले में रहकर मजदूरी करने वाले उत्तर प्रदेश के एक मजदूर के पत्नी की महिला हेड कांस्टेबल ने पुलिस जीप में डिलीवरी करवाई. खाकी का यह दूसरा चेहरा सीकर जिले के लक्ष्मणगढ़ कस्बे में सामने आया जहां पर देर रात गश्त पर निकली महिला हेड कांस्टेबल ने यह मिसाल पेश की है.
जानकारी के मुताबिक सीकर जिले के लक्ष्मणगढ़ थाने की पुलिस बुधवार रात करीब 1:30 बजे हाईवे पर गश्त कर रही थी. गश्त की जिम्मेदारी महिला हेड कांस्टेबल मदीना के पास थी. रात को उस वक्त पुलिस की गाड़ी हमीरपुरा तिराहे पर पहुंची, तो वहां पर एक महिला और एक व्यक्ति खड़े नजर आए. हेड कांस्टेबल मदीना ने जब उनसे वहां खड़े होने का कारण पूछा तो महिला के पति ने कहा कि डिलीवरी होने वाली है और अस्पताल जाने की कोई व्यवस्था नहीं है.
पढ़ें- जयपुर से रोडवेज की 100 बसों से 3 हजार मजूदरों को यूपी किया रवाना
इस पर पुलिस ने तुरंत ही दोनों को अपनी जीप में बिठाया और अस्पताल के लिए रवाना हुए. लेकिन रास्ते में ही महिला की पीड़ा बढ़ गई. इस पर हेड कांस्टेबल ने रास्ते में ही महिला की डिलीवरी करवाई और उसके बाद उसे अस्पताल पहुंचाया. देर रात दोनों को कस्बे के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां बच्चा और महिला दोनों स्वस्थ हैं.
मिल चुका है गैलेंट्री प्रमोशन
जिले के रोल साहब सर गांव की रहने वाली हेड कांस्टेबल मदीना हमेशा ही पुलिस के साथ-साथ खेलकूद और अन्य कामों में अग्रणी रही है. मदीना ने ऑल इंडिया पुलिस कुश्ती प्रतियोगिता में पदक जीता था इसके बाद उसे गैलेंट्री प्रमोशन देकर हेड कांस्टेबल बनाया गया था.