खंडेला (सीकर). जिले में ग्रामीण आधारभूत विकास कोष के तहत 40 लाख 70 हजार रुपए की लागत से चार राजकीय विद्यालय में 4 कमरों का निर्माण कराया जा रहा है. वहीं, ग्रामीणों का आरोप है कि निर्माण कार्य में घटिया सामाग्री का उपयोग किया जा रहा है. इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने बुधवार को विरोध करते हुए निर्माण कार्य को बंद करवा दिया.
उपसरपंच रुड़मल धायल और अशोक धायल ने बताया कि राजकीय विद्यालय में विद्यार्थियों के बैठने के लिए खंडेला विधायक महादेव सिंह की ओर से 4 कमरों का निर्माण स्वीकृत करवाया गया था. जिसका शिलान्यास 23 दिसंबर 2019 को किया गया था. कमरों के निर्माण की निविदा कार्यकारी एजेंसी मैसर्स बाबूलाल के नाम से निकाली गई थी. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि निर्माण कार्य में ठेकेदार बाबूलाल निठारवाल के द्वारा कमरों की नींव भरने के बाद बारिश होने से नींव करीब 2 इंच नीचे बैठ गई, लेकिन इसके बाद भी ठेकेदार की तरफ से नींव और बीम के बीच के 2 इंच के अंतराल को सीमेंट की पुताई करके छुपाने का प्रयास किया गया.
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वहीं, पिलरों के निर्माण में भी घटिया सामग्री के प्रयोग के कारण पिलर हाथ लगाते ही गिर रहे हैं. निर्माण कार्य में डस्ट का प्रयोग किया जा रहा है. इन सभी कमियों को लेकर ग्रामीणों ने निर्माण कार्य बंद करवा दिया और घटिया निर्माण को तुड़वा कर फिर से निर्माण करवाने की मांग करने लगे. गौरतलब है कि इससे पूर्व भी रींगस नगर पालिका क्षेत्र के सिटी बस स्टैंड पर बनाए गए सुलभ शौचालय के निर्माण में मैसर्स बाबूलाल की तरफ से घटिया निर्माण किए जाने पर लोगों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया था.
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इस दौरान अशोक धायल, उपसरपंच रुड़मल धायल, पुष्कर सिंह, समेत कई ग्रमीण मौजूद थे. ग्रामीणों के विरोध की सूचना पर मौके पर समसा के कनिष्ठ अभियंता भवानी सिंह शेखावत पहुंचे. यहां ग्रामीणों द्वारा निर्माण कार्य की सारी कमियां दिखाने के बाद भी कनिष्ठ अभियंता ने ठेकेदार की तरफदारी करते हुए निर्माण कार्य में लगे समानों को अच्छी क्वालिटी का बताया. जिससे लोग काफी आक्रोशित हो गए. साथ ही कनिष्ठ अभियंता पर ठेकेदार से मिलीभगत होने का आरोप लगाया. जानकारी के अनुसार ठेकेदार बाबूलाल के पास निर्माण सामग्री मिलाने के लिए मिक्सर मशीन और कुशल श्रमिक आदि का अभाव होने के बाद भी निर्माण कार्य का टेंडर जारी किया गया.