सीकर. नगर परिषद के सभागार में सोमवार को शहर के विकास का करीब 400 करोड़ का बजट पेश हुआ. बजट पास होने से पहले सभापति ने जैसे ही बजट पढ़ना शुरू किया, भाजपा पार्षदों ने हंगामा कर दिया और कुर्सी के सामने आकर नारेबाजी करने लगे.
बैठक शुरू होते ही भाजपा पार्षदों ने बजट बैठक पर सभापति पर आरोप लगाते हुए बैठक का बहिष्कार किया और कहा कि बैठक में किसी भी विकास के मुद्दों पर चर्चा ना करवा कर सीधा ही बजट पारित कर रहे हैं. इसका भाजपा विरोध करती है और बैठक का बहिष्कार करती है. भाजपा पार्षद बिजली बजट घोषणाओं पर चर्चा की बात कह रहे थे. इस पर सभापति जीवन खान ने कहा कि पहले बजट पेश होगा. इसके बाद चर्चा होगी.
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जब भाजपा पार्षद नहीं माने और नारेबाजी करते रहे, तो बाद में सभापति ने बजट पढ़ना जारी रखा और 10 मिनट में ही बजट को पढ़ा हुआ मान लिया गया. बजट में करीब 400 करोड़ का प्रावधान किया गया है जिसमें सीकर शहर के विभिन्न विकास कार्यों को शामिल किया गया है. बजट में साइंस एवं टेक्नोलॉजी पार्क विकसित किए जाने की घोषणा की गई. शहर में इंटरप्रिटेशन सेंटर स्थापित करने की भी घोषणा की गई. साथ ही तोदी नगर में ग्रुप हाउसिंग की घोषणा की गई है.
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विद्यार्थियों के लिए सांवली रोड़ पर ऑडोटोरियम बनाया जायेगा. साथ ही साइंस पार्क, ओपन जिम भी बनवाई जाएगी और पुलिसकर्मियों के लिए भी पुलिस लाइन परिसर में दो ओपन जिम नगर परिषद द्वारा बनाई जाएगी. इसके अतिरिक्त बालिका विद्यालय और महाविद्यालय में सेनेटरी पैड के लिए मशीन लगाई जाएगी. नगर परिषद नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि औपचारिकता के लिए केवल 2 मिनट में बजट को स्वीकृत कर देना और पिछले सालों से चली आ रही घोषणाओं को नए कलेवर में डालने का हम कड़ा विरोध करते हैं.
विपक्ष ने कहा कि नगर परिषद में चुनकर आई सदस्यों को डिबेट करने, निर्णय लेने का अधिकार है. लेकिन इसके बाद भी पार्षदों को बजट की समरी तक नहीं दी गई क्योंकि पिछले 2 साल में हमने देखा कि जिस तरह से नगर परिषद का बजट आया है. दोनों ही बजट में इन्होंने सीकर को भ्रमित करने का काम किया है. आज भी उसी भ्रम की पुनरावृत्ति हुई है ऐसे में वह उजागर नहीं हो.
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नगर परिषद ने पिछले बजट में स्मार्ट वार्ड, ग्रीन बेल्ट, टैक्सी स्टैंड, बस स्टैंड, पार्किंग बिल्डिंग, सॉलिड वेस्ट प्लांट समेत कई हवाई घोषणाएं की वह आज तक पूरी नहीं हुई. ऐसे में इस बजट मीटिंग में हम उनकी बात करना चाहते थे लेकिन सभापति जीवन खान ने पार्षदों की नहीं सुनते हैं. सभापति द्वारा बात नहीं सुनने पर इस मीटिंग का बायकॉट किया है. चौधरी ने कहा कि पार्षदों को जनता ने शहर के विकास के लिए भेजा है लेकिन वह केवल विकास को पिछड़ने वाले ऐसे बजट को जारी करने वाले जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की हां में हां मिलाने में लगे हुए हैं.