खण्डेला (सीकर). जिले के खण्डेला में शनिवार को पुलिस चौकी के पीछे की एक विवादित सम्पत्ति सीज की गई थी. सीज की गई इस विवादित सम्पत्ति के अंदर एक मंदिर भी है, जिसे लेकर चतु: संप्रदाय के लोगों ने विरोध भी जताया था और चेतावनी दी थी कि अगर सोमवार की सुबह मंदिर का ताला नहीं खोला गया तो वे उग्र आंदोलन के बाध्य होंगे. इसके लिए एक बैठक का आयोजन भी किया गया था, जिसमें दिनेशदास महाराज, साधु संत और कस्बेवासी शामिल थे.
दिनेशदास महाराज ने बताया कि मन्दिर के बन्द किए तीन दिन हो गए हैं, इसमें पूजा-पाट भी नहीं हो रही है. इसे लेकर साधू संतो और सर्वसमाज के लोगों में काफी रोष व्याप्त है. इसके लिए उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन भी सौंपा गया था.
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साथ ही बताया कि थानाधिकारी और डिप्टी ने झूठ बोलकर कार्रवाई की है. साथ ही बोला गया था कि मन्दिर को बंद नहीं किया जाएगा, पर छल किया गया है. इसको लेकर साधु संतों में आक्रोश बढ़ रहा है जो प्रशासन के लिए सही नहीं हैं. कस्बे में मोहल्ले में पुलिस बार बार घूम रही है. प्रशासन का ऐसा करना बिल्कुल गलत है, जरूरत पड़ी तो अनशन भी किया जाएगा.
इस बैठक में उपस्थित प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य सुभाष मील ने कहा कि बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया है. बैठक के बाद उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर मांग की जाएगी कि मन्दिर को 48 घण्टें के भीतर खोलकर विधिवत पूजा-अर्चना शुरू की जाए. यदि प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं देता है तो गुरुवार से खण्डेला अनिश्चितकालीन के लिए बन्द रहेगा, जब तक मन्दिर को खोला नहीं जाता.