सीकर. जिले के फतेहपुर कस्बे के मण्डावा रेलवे पुलिया से गुजर रहे व्यक्ति की बरसाती पानी में डूबने से मौत हो गई. पिंजरापोल गौशाला के पास रहने वाला बालाराम दूध निकालने का कार्य करता था. जो कि दूध निकालकर वापस अपने घर की ओर साइकिल से मण्डावा पुलिया के नीचे से जा रहा था कि अचानक साइकिल का संतुलन बिगड़ गया. वह पानी में गिर गया.
पानी में गिरने के बाद वापिस खड़ा नहीं हो सका. पुलिया के पास के टैक्सी चालकों ने मिलकर बाहर निकाला और धानुका अस्पताल पहुंचाया. जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. घटना की जानकारी मिलते ही कोतवाली पुलिस तुरन्त धानुका अस्पताल पहुंच गई. रेलवे अण्डरपासों में ऐसी घटनाएं आये दिन होती रहती हैं लेकिन प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है.
मण्डावा रेलवे पुलिया दिल्ली और झुंझुनूं जाने का मुख्य रास्ता है तथा वर्तमान में इसी रास्ते से होकर हाइवे गुजर रहा है. वहीं नवलगढ़ पुलिया से होकर दर्जनों गांवों का रास्ता है. इसी रास्ते से हजारों लोग रोजाना आवाजाही करते हैं. रेलवे प्रशासन ने उक्त अण्डरपासों को बरसाती पानी के नाले बता कर इतिश्री कर ली है.
विभिन्न संगठनों के लोगों ने मण्डावा पुलिया के पास धरना देकर मांग की है कि मृतक के आश्रित को सरकारी नौकरी व परिवार को 15 लाख का मुआवजा दिया जाए और अधिकारियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया जाए. धरने की सूचना मिलते ही उपखण्ड अधिकारी, अधिशाषी अधिकारी और पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंच कर समझाइस कर रहे हैं.