नागौर. सीकर में गोलीकांड में ताराचंद कड़वासरा की मौत हो गई थी. इस दौरान सरकार की ओर से परिवार को सहायता की घोषणा की गई थी. इनके पूरे नहीं होने का आरोप लगाते हुए जाट समाज समन्वय समिति के नेतृत्व में नागौर कलेक्ट्रेट पर धरना दिया गया. समिति ने मृतक की बेटी को एमबीबीएस कॉलेज में एडमिशन और आर्थिक सहयोग का वादा पूरा नहीं होने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा.
जाट समाज समन्वय समिति की ओर से बताया गया कि कलेक्टर की ओर से किए घोषणा को सुनिश्चित करवाने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम ज्ञापन दिया गया है. उस समय प्रशासन ने ताराचंद की बेटी को एमबीबीएस में सीट दिलाने का और आर्थिक मदद करने का वादा किया गया था, लेकिन अब तक किसी भी प्रकार की परिवार की मदद नहीं की गई है.
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समिति सदस्यों ने कहा कि जब इस बारे में सीकर कलेक्टर के पास गए, तो उन्होंने साफ मना कर दिया और कहा आप अपने स्तर पर करो. हम कुछ नहीं कर सकते हैं. पीड़ित परिवार के साथ समझौता हुआ था. तो अब प्रशासन और सरकार मुकर क्यों रहे हैं. आपको बता दें कि सीकर कलेक्टर ने सरकार की ओर से उद्बोधन करते हुए कहा कि ताराचंद की बेटी को सरकार की ओर से निशुल्क एमबीबीएस की डिग्री करवाई जाएगी. परिवार को आर्थिक संबल प्रदान करने के लिए वित्तीय सहायता दी जाएगी. लेकिन अभी तक घोषणा के अनुरुप कोई कार्य नहीं हुआ है.
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बता दें कि पिछले साल दिसंबर में गैंगस्टर राजू ठेहट को बदमाशों ने गोली मार दी थी. इसी घटना के दौरान अपनी बेटी की कोचिंग आए ताराचंद कड़वासरा को भी बदमाशों ने गोली मारी थी. इसके चलते तारांचद की मौत हो गई थी. ताराचंद की हत्या के बाद सीकर में जमकर धरने प्रदर्शन हुए थे और परिवार को राजकीय सहायता देने की मांग की गई थी. साथ ही मृतक की बेटी को एमबीबीएस की सीट देने की मांग भी की गई थी.