श्रीमाधोपुर (सीकर). जहां एक तरफ पूरा देश कोरोना के खिलाफ लड़ाई में डॉक्टर्स के साथ खड़ा है, वहीं इस लड़ाई में पीपीई किट की भी बड़ी कमी महसूस की जा रही है. कोरोना से लड़ रहे चिकित्सकों की ये पीड़ा श्रीमाधोपुर उपखंड के फुटाला के चोलाई में रहने वाले जेके लोन अस्पताल के सहायक प्रोफेसर डॉ. योगेश यादव ने समझी और इस कमी को दूर करने के लिए उनके मार्गदर्शन में एसएमएस पीपीई किट बनाए गए. अब ग्रामीण शिक्षा और स्वास्थ्य उत्थान संस्थान जयपुर के सहयोग से इस एसएमएस पीपीई किट को श्रीमाधोपुर और अजीतगढ़ में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और पुलिस थानों को भेंट किया गया है.
डॉ. योगेश यादव ने बताया कि पीपीई किट आईसीयू और संवेदनशील मरीजों की देखभाल करने में लगे स्वास्थ्यकर्मियों के साथ ही कोविड-19 वार्ड और आईसीयू में लगे डॉक्टर्स को भी पहनना जरूरी है. वहीं, कार्यक्रम संयोजक दिलीप शर्मा ने बताया कि पुलिस थाने में पीपीई किट उपलब्ध कराया गया है.
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इस मौके पर कार्यक्रम के समन्वयक दिलीप शर्मा के साथ ही चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेश सिंह, डॉ. प्रमोद गर्ग, डॉ. विजय शर्मा, डॉ. माया सैनी, डॉ. नीरु पारीक, डॉ. सुरेन्द्र जांगिड़ और डॉ राजेंद्र मील सहित अनेक चिकित्सकर्मी उपस्थित थे.
बता दें कि पीपीई किट का मतलब पर्सनल प्रोटक्शन इक्विपमेंट होता है. जैसे सैनिकों का हेलमेट और बुलेट प्रूफ जैकेट बचाव करता है, उसी तरह की उपयोगिता डॉक्टर्स और स्वास्थ्यकर्मियों के लिए पीपीई किट की होती है. आईशील्ड, हेड कवर, कवर ऑल, ग्लव्स और शूकवर पीपीई किट का हिस्सा होता है. ये ऐसे कपड़े का बना है, जो बैक्टीरिया और वायरस से होने वाले संक्रमण से बचाता है.