ETV Bharat / state

सीकर: नायक सूबेदार रामपाल का हार्ट अटैक से निधन, राजकीय सम्मान के साथ किया गया अंतिम संस्कार - सीकर हिंदी न्यूज

सीकर के नीमकाथाना के नायक सूबेदार रामपाल का हार्ट अटैक से निधन हो गया. जिसके बाद सूबेदार के पार्थिव शरीर का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. वहीं उनकी मौत के बाद गांव में शोक की लहर है.

Neemkathana Subedar Rampal died, सीकर हिंदी न्यूज
नीमकाथाना के सूबेदार रामपाल का हार्ट अटैक से निधन
author img

By

Published : May 4, 2021, 12:23 PM IST

सीकर. जिले के सांवलपुरा तंवरान के नायक सूबेदार रामपाल का हार्ट अटैक से मौत होने का मामला सामने आया है. जवान की मौत की खबर सुनते ही पूरे गांव में शोक की लहर छा गई. सूबेदार का पार्थिव देह को पैतृक गांव लाया गया, जहां उनको राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई.

ग्रामीणों ने सूबेदार के सम्मान में 5 किमी लंबी यात्रा निकाली. जिसके बाद राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. नायक सूबेदार रामपाल को दो मई को ड्यूटी के दौरान अचानक सीने में दर्द हुआ, उपचार शुरू होने से पहले ही उनका निधन हो गया. पार्थिव देह घर पहुंची तो मां आंची देवी अपने लाड़ले को एकटक निहारती रही. बेसुध पत्नी सुरेशी देवी को महिलाएं संभालती रही.

यह भी पढ़ें. मां की कोरोना से मौत के बाद बेटियों को बिलखता देख पसीजा विधायक अमीन कागजी का दिल, खुद करवाया अंतिम संस्कार

श्मशान में साथी जवानों ने सूबेदार को गार्ड ऑफ ऑनर दिया. बेटे विजय (14) ने उनको मुखाग्नि दी. रामपाल चार भाइयों में सबसे बड़े थे. 1999 में सेना में भर्ती हुए थे, वे अभी थ्री-राजपूत रेजीमेंट में थे.वे जम्मू के उरी सेक्टर के बांदा तैनात थे. इस दौरान काफी संख्या में लोग मौजूद रहे.

सीकर. जिले के सांवलपुरा तंवरान के नायक सूबेदार रामपाल का हार्ट अटैक से मौत होने का मामला सामने आया है. जवान की मौत की खबर सुनते ही पूरे गांव में शोक की लहर छा गई. सूबेदार का पार्थिव देह को पैतृक गांव लाया गया, जहां उनको राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई.

ग्रामीणों ने सूबेदार के सम्मान में 5 किमी लंबी यात्रा निकाली. जिसके बाद राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. नायक सूबेदार रामपाल को दो मई को ड्यूटी के दौरान अचानक सीने में दर्द हुआ, उपचार शुरू होने से पहले ही उनका निधन हो गया. पार्थिव देह घर पहुंची तो मां आंची देवी अपने लाड़ले को एकटक निहारती रही. बेसुध पत्नी सुरेशी देवी को महिलाएं संभालती रही.

यह भी पढ़ें. मां की कोरोना से मौत के बाद बेटियों को बिलखता देख पसीजा विधायक अमीन कागजी का दिल, खुद करवाया अंतिम संस्कार

श्मशान में साथी जवानों ने सूबेदार को गार्ड ऑफ ऑनर दिया. बेटे विजय (14) ने उनको मुखाग्नि दी. रामपाल चार भाइयों में सबसे बड़े थे. 1999 में सेना में भर्ती हुए थे, वे अभी थ्री-राजपूत रेजीमेंट में थे.वे जम्मू के उरी सेक्टर के बांदा तैनात थे. इस दौरान काफी संख्या में लोग मौजूद रहे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.