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नीट 2019 टॉपर नलिन खंडेलवाल ने बताया सफलता का ये मूल मंत्र - sikar

सीकर निवासी नलिन खंडेलवाल ने नीट 2019 में ऑल इंडिया रैंक मे प्रथम स्थान हासिल किया है. नलिन ने बताया कि स्मार्टफोन और सोशल मीडिया से दूर रहें तथा एनसीईआरटी की बुक्स पर फोकस करें तो सफलता निश्चित रूप से मिलेगी.

नीट टॉपर नलिन खंडेलवाल मीडिया से बात करते हुए और उनके माता-पिता
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Published : Jun 6, 2019, 7:20 PM IST

सीकर. मेडिकल एंट्रेंस टेस्ट की नीट परीक्षा में सीकर के नलिन खंडेलवाल ने टॉप किया है. नीट परीक्षा में पहली रैंक लाने वाले नलिन को 720 में से 701 नंबर मिले है. नलिन के पिता पेशे से डॉक्टर हैं और भाई भी एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है. मीडिया से बात करते हुए नलिन ने अपनी सफलता के सुत्र बताये. उसने बाताया कि पढ़ाई के दौरान स्मार्ट फोन और टीवी से दूरी बनाए रखी थी.

यहां तक कि घर में लगे टीवी को उतारकर कार्टून में पैक कर दिया. घर वालों से बातचीत करने के लिए भी नलिन सामान्य फोन रखता था. नलिन ने बताया कि वो कभी सोशल मीडिया पर सक्रिय नहीं रहे क्योंकि इनसे पढ़ाई में काफी भटकाव आता हैं.

नीट टॉपर नलिन खंडेलवाल मीडिया से बात करते हुए और उनके माता-पिता

नीट में सफलता के लिए इन किताबों से करें पढ़ाई

नलिन का कहना है की नीट की तैयारी करने वाले छात्रों को एनसीईआरटी की किताबें पढ़ना चाहिए. नीट की परीक्षा में सफल होने के लिये एनसीईआरटी की किताबों को अच्छी तरह से बार-बार पढ़ना चाहिये. इससे किताब कोई और नहीं हैं. उसने कहा कि इधर उधर से बहुत सारा मैटर इकट्ठा कर पढ़ने की बजाए एनसीआरटी बुक्स और अपने कोचिंग में दिए नोट्स पर ही फोकस करना चाहिए.

एनसीआरटी बुक्स का ही बार-बार रिवीजन करने से उन्हें अच्छी सफलता मिल सकती है. आगे उसने बताया कि इन सब के अलावा स्वयं अध्ययन का सबसे बड़ी भूमिका होती हैं. इस दौरान नलिन के माता-पिता ने इस सफलता का श्रेय नलिन के दृढ़ निश्चय और कड़ी मेहनत को बताया. इस बार देश भर में आयोजित नीट परीक्षा में 14 लाख 10 हजार 755 विद्यार्थी शामिल हुए थे. पहली रैंक लाने वाले नलिन को 720 में से 701 नंबर मिले है.

सीकर. मेडिकल एंट्रेंस टेस्ट की नीट परीक्षा में सीकर के नलिन खंडेलवाल ने टॉप किया है. नीट परीक्षा में पहली रैंक लाने वाले नलिन को 720 में से 701 नंबर मिले है. नलिन के पिता पेशे से डॉक्टर हैं और भाई भी एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है. मीडिया से बात करते हुए नलिन ने अपनी सफलता के सुत्र बताये. उसने बाताया कि पढ़ाई के दौरान स्मार्ट फोन और टीवी से दूरी बनाए रखी थी.

यहां तक कि घर में लगे टीवी को उतारकर कार्टून में पैक कर दिया. घर वालों से बातचीत करने के लिए भी नलिन सामान्य फोन रखता था. नलिन ने बताया कि वो कभी सोशल मीडिया पर सक्रिय नहीं रहे क्योंकि इनसे पढ़ाई में काफी भटकाव आता हैं.

नीट टॉपर नलिन खंडेलवाल मीडिया से बात करते हुए और उनके माता-पिता

नीट में सफलता के लिए इन किताबों से करें पढ़ाई

नलिन का कहना है की नीट की तैयारी करने वाले छात्रों को एनसीईआरटी की किताबें पढ़ना चाहिए. नीट की परीक्षा में सफल होने के लिये एनसीईआरटी की किताबों को अच्छी तरह से बार-बार पढ़ना चाहिये. इससे किताब कोई और नहीं हैं. उसने कहा कि इधर उधर से बहुत सारा मैटर इकट्ठा कर पढ़ने की बजाए एनसीआरटी बुक्स और अपने कोचिंग में दिए नोट्स पर ही फोकस करना चाहिए.

एनसीआरटी बुक्स का ही बार-बार रिवीजन करने से उन्हें अच्छी सफलता मिल सकती है. आगे उसने बताया कि इन सब के अलावा स्वयं अध्ययन का सबसे बड़ी भूमिका होती हैं. इस दौरान नलिन के माता-पिता ने इस सफलता का श्रेय नलिन के दृढ़ निश्चय और कड़ी मेहनत को बताया. इस बार देश भर में आयोजित नीट परीक्षा में 14 लाख 10 हजार 755 विद्यार्थी शामिल हुए थे. पहली रैंक लाने वाले नलिन को 720 में से 701 नंबर मिले है.

Intro:सीकर निवासी नलिन खंडेलवाल ने नीट 2019 में ऑल इंडिया रैंक मे प्रथम स्थान हासिल किया है। नलिन ने बताया कि स्मार्टफोन और सोशल मीडिया से दूर रहें तथा एनसीईआरटी की बुक्स पर फोकस करें तो सफलता निश्चित रूप से मिलेगी।

बाइट- नीट टापर नलिन खंडेलवाल और उसके माता-पिता


Body:सीकर. मेडिकल एंट्रेंस टेस्ट की नीट परीक्षा में सीकर के नलिन खंडेलवाल ने टॉप रैंक हासिल की है। नीट परीक्षा में पहली रैंक लाने वाले नलिन को 720 में से 701 नंबर मिले है। नलिन के पिता पेशे से डॉक्टर हैं और भाई भी एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है। नलिन ने अपनी सफलता के बारे में बताते हुए कहा कि उसने पढ़ाई के दौरान स्मार्ट फोन व टीवी से दूरी बनाए रखी। घर में लगे टीवी को उतारकर कार्टून में पैक कर दिया। घर वालों से बातचीत करने के लिए भी नलिन सामान्य फोन रखता था। उसने कहा कि उसने कभी भी सोशल मीडिया का उपयोग नहीं किया।

नेट में सफलता के लिए इन किताबों से करें पढ़ाई

नलिन का कहना है की निट की तैयारी करने वाले छात्रों को एनसीईआरटी की किताबें पढ़ना चाहिए। उसने कहा कि इधर उधर से बहुत सारा मैटर इकट्ठा कर पढ़ने की बजाए एनसीआरटी बुक्स तथा अपने कोचिंग में दिए नोट्स पर ही फोकस करना चाहिए। एनसीआरटी बुक्स का ही बार-बार रिवीजन करने से उन्हें अच्छी सफलता मिल सकती है। इस बार देश भर में आयोजित नेट परीक्षा में 14 लाख 10 हजार 755 विद्यार्थी शामिल हुए थे।


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