दांतारामगढ़ (सीकर). जिले के खाटूश्यामजी कस्बे में अखिल भारतीय किसान सभा के बैनर तले किसानों और बिजली उपभोक्ताओं की समस्याओं को लेकर विद्युत ग्रिड पर शुक्रवार को धरना प्रदर्शन किया गया. धरने को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक अमराराम ने वर्तमान सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया. साथ ही कहा कि गहलोत सरकार आमजन को 2 रुपए यूनिट महंगी बिजली दे रही है.
उन्होंने कहा कि सरकारी दर पर 3 से 3.50 रुपए में बिजली का उत्पादन हो सकता है. लेकिन सरकार इसको बंद करके कमीशन के कारण 7 रुपए में बिजली खरीद रही है. पूर्व विधायक अमराराम ने गहलोत सरकार की ओर से खरीदे जा रहे नए बिजली मीटर में भी भ्रष्टाचार का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि यहीं मीटर जब वसुंधरा सरकार खरीद रही थी तब कांग्रेस को भ्रष्टाचार लग रहा था.
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धरना को संबोधित करते हुए किसान सभा के मंत्री हरफूल सिंह ने कहा कि गहलोत सरकार ने वादाखिलाफी की है. सस्ती बिजली देने का वादा करने वाली सरकार ने ना केवल किसानों की सब्सिडी बंद कर दी और बिजली के बिलों में बढ़ोतरी कर आमजन की कमर तोड़ दी. उन्होने कहा कि बिजली के बिलों में अनियमितता आ रही है.
धरने में अन्य वक्ताओं ने कहा कि राजस्थान सरकार ने बिजली की दरें बढ़ाकर किसानों और आम उपभोक्ताओं के साथ अन्याय किया है. वर्तमान में कोरोना संकट के चलते लोगों की आर्थिक स्थिति खराब हो चुकी है और सरकार बिलों में बढ़ोतरी करके आमजन का शोषण कर रही है. इस मौके पर पार्षद प्रतिनिधि शंकर बलोदा के नेतृत्व में सात सूत्रीय मांग पत्र मुख्यमंत्री के नाम अधिशाषी अभियंता को सौंपा गया.