श्रीमाधोपुर(सीकर). जिले के पंचायत समिति के अधिनस्थ ग्राम पंचायतों की विभिन्न योजनाओं में वित्तीय वर्ष 2020-21 में करवाए जाने वाले कार्यों के टेंडर को लेकर मंगलवार को सरपंचों ने पंचायत समिति में बैठक कर टेंडर ग्राम पंचायत में करने का प्रस्ताव लिया गया है. बता दें कि सिहोड़ी सरपंच सुंदर लाल भावरिया की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में सरपंचों ने प्रस्ताव लिया है कि पंचायत समिति केवल नरेगा के कामों को ही आमंत्रित कर सकेगी.
अन्य कार्यों के टेंडर ग्राम पंचायत की योजना जीपीडीपी के प्लान अनुसार ग्राम पंचायत को ही बीएसआर दरों पर अधिकृत किया जाएगा. उन्होंने कहा कि जब राज्य सरकार ने बीएसआर दर तयकर रखी है, तो बीएसआर दरों पर ग्राम पंचायतों को कार्य करने की छूट दी जाएगी.
इस अवसर पर पूर्व प्रधान विजय सिंह लांपुवा, भागीरथ मल भारणी, सुमित्रा मिश्रा मूंडरू, गीता देवी नांगल, कैलाश बाजिया तपीपल्या, रामावतार सैनी दिवराला, केसर सिंह बागरियावास, गोरली कंवर जोरावरनगर, हेमकंवर आसपुरा, धर्मसिंह मालाकाली मौजूद रहे.
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जिले में मंगलवार को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी- मार्क्सवादी के कार्यालय में जिला कमेटी की विस्तारित बैठक आयोजित की गई. यह बैठक बी.एस. मील की अध्यक्षता में संपन्न हुई. इस बैठक में पार्टी ने मनरेगा मजदूरों, निर्माण मजदूरों, किसानों के मुद्दों, बेरोजगारी, दलितों, अल्पसंख्यकों और महिलाओं की समस्याओं को प्रमुखता से उठाने का निर्णय लिया है.
सीपीआईएम नेता रामरतन बगड़िया ने बताया कि बेशक राज्य में चल रहे राजनीतिक ड्रामे का पटाक्षेप हो गया, लेकिन इससे कांग्रेस और भाजपा की आपसी फूट एवं सत्ता प्राप्ति के लिए हर हथकंडे अपनाने की नीति जनता के सामने उजागर हो गई है. इन दोनों पार्टियों को राजस्थान की जनता की बिल्कुल भी नहीं पड़ी है.