नीमकाथाना (सीकर). जिले के नीमकाथाना के दयाल की नांगल में एक नया उदाहरण देखने को मिला है. यहां किसान परिवार ने सड़क हादसे में कांस्टेबल बेटी की मौत होने पर पहली पुण्यतिथि पर घर के पास खेत में उसकी प्रतिमा लगाई है. बेटियों के सम्मान में प्रदेश का ये पहला मामला है.
जयपुर पुलिस के भर्ती सेल में तैनात रही पूजा चौधरी की 15 फरवरी 2020 को 21 साल की उम्र में मौत हो गई. स्कूटी से ड्यूटी जाते वक्त पूजा की मौत डंपर की टक्कर के बाद हो गई थी. वो साल 2015 में राजस्थान पुलिस में भर्ती हुई थी. दो भाई और तीन बहनों के बीच पूजा परिवार की लाडली थी. पिता कमलेश गांव में ही खेती करते हैं.
दिल्ली पुलिस में तैनात कांस्टेबल भाई दीपक ने बताया कि पूजा पूरे परिवार की ताकत थी. वो हर दिन हमारे बीच रहे, इसी सोच के साथ घर के पास उसकी प्रतिमा लगाई गई है. बेटी की प्रतिमा के को लेकर ग्रामीणों से भी चर्चा हुई. कई लोगों ने गांव के बीच में लगाने का प्रस्ताव दिया, लेकिन माता-पिता और भाई-बहनों ने पूजा की प्रतिमा घर में ही लगाने का फैसला किया.
किसान पिता कमलेश चौधरी ने जयपुर के कलाकारों से अपनी बेटी की प्रतिमा तैयार करवाई. उसे घर के पास खेत में स्मारक बनाकर लगाया गया. इस पर करीब पांच लाख रुपये खर्च हुए. बेटी की प्रतिमा के सामने खड़ी मां कमलेश देवी की आंखें भर आई. उन्होंने कहा कि पूजा परिवार की ताकत थी. अब वो प्रतिमा के रूप में हमारे बीच रहेगी. वो हमें छोड़ गई, लेकिन प्रतिमा के रूप में हमारे बीच रहेगी.
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दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल दीपक ने कहा कि पांच भाई-बहनों को पूजा हौसला देती थी. हम दोनों सर्विस में थे. सब ठीक चल रहा था. छोटा भाई स्पोट्र्स में नेशनल गेम्स की तैयारी कर रहा था. अचानक हुए हादसे में परिवार के सपने बह गए थे. भाई-बहन भी चाहते थे कि पूजा हमारे बीच रहे. इसी सोच के साथ घर में पूजा की प्रतिमा लगाई है.