सीकर. राजस्थान का बजट सत्र शुरू होने से पहले शेखावाटी को संभाग बनाने की मांग तेज हो गई. इसको लेकर वकील लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी क्रम में अभिभाषक संघ और राज्यसभा सासंद घनश्याम तिवाड़ी ने गुरुवार को पैदल मार्च किया. अभिभाषक संघ का कहना है कि सीकर, चूरू व झुंझुनू को मिलाकर शेखावाटी संभाग बनाना चाहिए. ये तीनों जिले नया संभाग बनाने की शर्तों को पूरा करते हैं.
घनश्याम तिवाड़ी ने बताया कि उन्होंने सीकर को संभाग बनाने की मांग को लेकर सीएम को पत्र लिखा है. इसमें सीकर को संभाग बनाए जाने के कारण बताए हैं. पहला कारण यह है कि जयपुर काफी बड़ा संभाग है. जयपुर में शहर के अतिरिक्त ग्रामीण, सीकर, झुंझुनू व दौसा मिल जाने के कारण कानून व्यवस्था की बड़ी समस्या रहती है. इसलिए प्रशासनिक कारणों से सीकर संभाग बनाना चाहिए. दूसरा कारण यह है कि सीकर में 28 प्रांतों के डेढ़ लाख बच्चे पढ़ते हैं. तीसरा कारण पर्यटकों का है. राजस्थान में श्रीनाथजी के बाद खाटूश्यामजी, जीण माता, हर्ष पर्वत, शाकंभरी व सालासर बालाजी के दर्शन करने सबसे ज्यादा भक्त आते हैं.
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युवा सक्षम सीकर ने निकाला पैदल मार्च : सीकर को संभाग बनाने की मांग को लेकर युवा सक्षम ने सीकर में पैदल मार्च किया. इसमें राज्यसभा सासंद घनश्याम तिवाड़ी, अभिभाषक संघ, सभी राजनीतिक पार्टियों के नेता व कार्यकर्ता, सामाजिक संस्थाओं के साथ ही व्यापारियों ने भी भाग लिया. भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में दो दिन पूर्व मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर डॉ. अमित यादव को ज्ञापन दिया गया. ज्ञापन में बताया कि शेखावाटी को संभाग बनाया जाए तथा सीकर जिले को संभाग मुख्यालय का दर्जा दिया जाए.