दांतारामगढ़ (सीकर). प्रदेशव्यापी आह्वान पर पूर्व विधायक अमराराम की अगुवाई में माकपा कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की और एसडीएम को ज्ञापन सौंपा. काफी देर तक प्रदर्शन होने के बाद उपखंड अधिकारी अशोक कुमार रणवा को प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम अलग-अलग दो ज्ञापन सौंपा गया.
ज्ञापन में सरकार से मांग...
- पेट्रोल-डीजल के बढ़े दाम वापस ले.
- आयकर से बाहर सभी परिवारों को कोरोना काल में 7500 रुपये आर्थिक मदद दे.
- आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 में संशोधन और कृषक उत्पादन व्यापार और वाणिज्य अध्यादेश वापस ले.
- मनरेगा में 200 दिन काम और पूरा वेतन दे.
- मुख्यमंत्री के नाम दिए गए ज्ञापन में कोरोना काल में 6 माह के बिजली का बिल माफ करे.
- सम्पूर्ण कर्ज माफी और जरूरतमंद लोगों को दस किलो अनाज उपलब्ध करवाने का मुद्दा उठाया.
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साथ ही पूर्व विधायक अमराराम ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर आरोप लगाते कहा कि देशव्यापी महामारी बीमारी का मुकाबला करने में केन्द्र सरकार असफल रही है. इस दौरान कामरेड हरफूल सिंह तहसील सचिव, कामरेड इंदर सिंह लांबा उपाध्याय किसान सभा, कामरेड झाबरमल मुण्डियावास सरपंच, कामरेड ओम सैनी सहित माकपा के कई कार्यकर्ता मौजूद रहे.
फतेहपुर में कुछ मांगों को लेकर अलग-अलग ज्ञापन सौंपे गए...
फतेहपुर में भारतीय जनता पार्टी और मार्क्सवादी पार्टी के द्वारा बिजली बिल की माफी को लेकर मुख्यमंत्री के नाम उपखंड अधिकारी शीलावती मीणा को अलग-अलग ज्ञापन सौंपे गए. ज्ञापन में मांग की गई है कि कोविड-19 के चलते जरूरतमंद व्यक्तियों के कार्य बंद हो जाने की वजह से बिजली बिलों को जमा नहीं कर पाए है.
ऐसे में दोनों ही पार्टियों ने सरकार से मांग की है कि लॉकडाउन सहित 6 माह से बिजली के बिल माफ किए जाए ताकि आम जनता उपभोक्ता पर पड़ने वाले इस आर्थिक बोझ से बचा जा सके. भाजपा की ओर से पंचायत समिति प्रधान सुनीता कड़वासरा और एडवोकेट पंकज शर्मा के नेतृत्व में ज्ञापन सौंपा गया.
वहीं, माकपा ने अपने ज्ञापन में बिजली बिल के अलावा किसानों की सम्पूर्ण कर्जामाफी, जरूरतमंद प्रत्येक व्यक्ति को 10 किलो अनाज उपलब्ध करवाया जाए, कोविड-19 के चलते प्रत्येक परिवार को 7500 रुपये की आर्थिक सहायता की मांग की है. इसके साथ प्रत्येक परिवार के सदस्य को 200 दिन मनरेगा में कार्य देने की मांग की है.
माकपा के ज्ञापन देने से पूर्व आबिद हुसैन, हेमेन्द्र महला और रामप्रसाद जांगिड़ के नेतृत्व में उपखण्ड कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया गया. साथ ही सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई. माकपा द्वारा रामगढ़ शेखावाटी में भी उपखण्ड अधिकारी निधि सिंह को भी ज्ञापन सौंपा गया.