खंडेला (सीकर). जिले के खाटूश्याम बाबा के मेले में श्रद्धालुओं को अपने साथ 72 घंटे के अंदर की कोरोना की जांच रिपोर्ट लाना जरूरी है. शुक्रवार को रींगस में ई मित्र संचालकों की ओर से 200 रुपए में कोरोना की फर्जी रिपोर्ट बनाकर देने का मामला सामने आया है. लक्खी मेले में कोविड-19 की फर्जी रिपोर्ट बनाकर देने और दर्शनों के लिए पुरानी रिपोर्ट में हेरफेर कर दर्शन करवाने की सूचना के बाद सीकर जिला प्रशासन और श्री श्याम मंदिर कमेटी प्रशासन में हड़कंप मच गया.
पढ़ें- खाटू श्याम मेले में कोरोना कुप्रबंधन का आरोप, जांच के नाम पर हो रहा फर्जीवाड़ा
सीकर से अतिरिक्त सीएमएचओ सीपी ओला के नेतृत्व में टीम पहुंची और चार ई-मित्रों सहित रींगस के एक निजी लैब और एक्स-रे सेंटर पर जांच कर हिदायत दी गई. साथ ही मौके पर कोरोना जांच की रिपोर्ट थी उनकी कॉपियां ली गई. टीम ने एक कंप्यूटर दुकान और एक रोजगार सेंटर से कई दस्तावेज लेकर गए. जानकारी के अनुसार हरि ओम रोजगार सेंटर और पूजा ऑफसेट सहित अन्य दो ई-मित्रों पर फर्जी कोरोना रिपोर्ट तैयार करने की शिकायतें मिली थी. जिस पर जिला प्रशासन की मेडिकल विभाग की संयुक्त टीम ने कार्रवाई की. इससे रींगस कस्बे के सभी ई-मित्र संचालकों में हड़कंप मच गया.
अतिरिक्त सीएमएचओ डॉ. सीपी ओला ने बताया कि प्रशासन और उच्च अधिकारियों के आदेशों के बाद टीम का गठन किया गया. जिसमें ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी भी शामिल थे. सूचना के बाद 5 ई-मित्रों की जांच की गई. उन्होंने बताया कि मीडिया के माध्यम से सूचना मिली कि 200 रुपए में कोरोना की जांच रिपोर्ट बनाई जा रही है. फिलहाल, मामले में रिपोर्ट बनाकर उच्च अधिकारियों को भेजी जा रही है.