सीकर. केंद्र सरकार की जरफ से लाए गए तीन नए कृषि विधेयकों को लेकर पूरे देश में विरोध देखने को मिल रहा है. इसी क्रम में अखिल भारतीय किसान सभा ने शुक्रवार को सीकर में अपना विरोध जताया. इस दौरान किसान सभा और माकपा के नेताओं ने कृषि मंडी में धरना दिया और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इसके बाद उन्होंने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा.
अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रिय अध्यक्ष और पूर्व विधायक अमराराम ने कहा कि केंद्र सरकार बड़ी-बड़ी कंपनियों के साथ मिलकर किसानों को बर्बाद करना चाहती है. किसान के साथ-साथ व्यापारियों के साथ भी केंद्र सरकार धोखा कर रही है. मंडियों के खत्म होने से व्यापारी भी बर्बाद हो जाएंगे. प्रधानमंत्री मोदी ने सत्ता में आने से पहले किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था, लेकिन अब केंद्र की मोदी सरकार किसानों को बरबाद करने का काम कर रही है.
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पंचायत चुनाव की वजह से नहीं रखा बंद...
पूर्व विधायक अमराराम ने कहा कि उनकी पार्टी ने प्रदेश में बंद का आह्वान किया था, लेकिन पंचायत चुनाव की वजह से बंद नहीं रखा गया और केवल धरना प्रदर्शन किया गया है. देशभर में उनकी पार्टी विरोध कर रही है. जब कर सरकार अपने इन विधेयकों को वापस नहीं लेती है तो उनका ये आंदोलन ऐसे ही जारी रहेगा और आगे उग्र आंदोलन किए जाएंगे. जिसकी जिम्मेदार केंद्र सरकार की होगी.